11 मई। मणिपुर से बहुत ही हृदयविदारक घटना प्रकाश में आयी है। मणिपुर में हिंसा से बचने के लिए राज्य के आदिवासी भूखे-प्यासे जंगलों में शरण लेने को मजबूर हैं। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि आदिवासी अपने परिवार, मासूम बच्चों के साथ भूखे-प्यासे जंगलों में भटकने को मजबूर हैं। वे सरकार और आम जनता से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया देकर अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। वहीं इस मामले पर केंद्र और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीते सोमवार को मीडिया के हवाले से दावा किया था कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। गौरतलब है, कि मैतेई समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की माँग के खिलाफ 3 मई को राज्य में आदिवासी आंदोलन के बाद हिंसा भड़क उठी थी।
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