3 जून। संयुक्त किसान मोर्चा ने पोक्सो अधिनियम में संशोधन के लिए यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण सिंह के बयानों, और मोदीसरकार द्वारा बृजभूषण के संरक्षण की भर्त्सना की है। मोर्चा ने 5 जून को देशभर में विरोध प्रदर्शन का भी एलान किया है।
40 दिनों से भारत की कई शीर्ष महिला पहलवान यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं, जब सरकार निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के अपने वादे से मुकर गई। उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई—जिसमें POCSO (यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा) अधिनियम की धारा 10 और POSH (यौन उत्पीड़न की रोकथाम) अधिनियम की धारा 354 ए शामिल है। फिर भी, POSCO अधिनियम के तहत, प्रावधानों के विपरीत, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।
इसके बजाय, सरकार ने मामले को दबाने और विरोध प्रदर्शनों को अवैध ठहराने की कोशिश की। पहलवानों के साथ मारपीट की गई, और समाचार मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें बदनाम किया गया। जब इन खिलाड़ियों ने अपना विरोध जारी रखा और 28 मई को दिल्ली में एक शांतिपूर्ण मार्च का आयोजन किया, तो दिल्ली पुलिस ने विरोध मार्च पर क्रूर दमन किया। पहलवानों को घसीटा गया और हिरासत में लिया गया, और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जंतर-मंतर पर उनके विरोध स्थल, जहां वे 23 अप्रैल से एक शांतिपूर्ण संघर्ष कर रहे थे, को पुलिस द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।
इस बीच, आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर दावा किया है कि वे सरकार को पोक्सो अधिनियम को बदलने के लिए मजबूर करेंगे। अधिनियम के खिलाफ न्यूज मीडिया और सोशल मीडिया पर एक अभियान लगातार जारी है। POCSO अधिनियम नाबालिग बच्चों को यौन शोषण से बचाता है। चूंकि नाबालिग बच्चों के यौन शोषण के मामलों में दोषसिद्धि दर बेहद कम है, इसलिए POCSO अधिनियम को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाया गया है। इस अधिनियम के तहत मामलों में गिरफ्तारी अधिमान्य है। POCSO अधिनियम में संशोधन देश की लाखों बेटियों को बृजभूषण शरण सिंह जैसे दरिंदों द्वारा यौन शोषण के लिए छोड़ देगा। मोदी सरकार द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के संरक्षण, और पोस्को अधिनियम के खिलाफ जारी अभियान, सरकार के “बेटी बचाओ” के ढोंग को उजागर करता है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि देश की बेटियों के खिलाफ इस जघन्य हमले को वह बर्दाश्त नहीं करेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, ये भी कहा है कि देश की बेटियों को बदनाम करनेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। जैसा कि पूर्व घोषणा की गई थी, संयुक्त किसान मोर्चा— ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चा, महिलाओं के मंच, युवाओं, छात्रों, सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं, व्यापारियों और अन्य आम नागरिकों के साथ मिलकर—बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग के लिए 5 जून को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगा। देश के ग्रामीण और शहरी केंद्रों पर प्रदर्शन और मोमबत्ती जुलूस आयोजित किये जाएंगे।