27 जून। झारखंड के बोकारो के चंडीपुर स्कूल में छात्र पानी के अभाव में प्यासे रहने को मजबूर हैं। बोकारो जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर है, कसमार प्रखंड और प्रखंड मुख्यालय से मात्र सात किमी की दूरी पर अवस्थित है उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंडीपुर। पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए इनके करीब 150 बच्चे प्रतिदिन पढ़ने आते हैं। विद्यालय में आठ शिक्षक हैं, जिसमें स्थायी तौर पर प्रधानाध्यापक को छोड़कर बाकी सात पैरा शिक्षक हैं। मध्याह्न भोजन की चार महिला रसोईया हैं जिनमें दो स्थायी हैं, दो की हाल ही में प्रतिनियुक्ति हुई है।
स्कूल में लगभग सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, सिवाय पेयजल के। विद्यालय का चापानल लगभग एक साल से खराब पड़ा है, अतः कुछ बच्चे घर से बोतल में पीने का पानी लेकर आते हैं। जबकि प्रायः बच्चों को स्कूल परिसर से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मृत्युंजय महतो के कुआं से पानी पीने जाना पड़ता है। वहीं मध्याह्न भोजन बनाने के लिए भी पानी के लिए रसोइयों को दूर स्थित विद्यालय के अध्यक्ष के कुएं पर जाना पड़ता है।
इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश रोशन ने मीडिया के हवाले से बताया कि जब से चापानल खराब हुआ है, तब से लेकर अब तक कई बार इसकी सूचना संबंधित विभाग से लेकर सांसद, विधायक, मुखिया सहित अन्य जन प्रतिनिधियों को दे चुके हैं। बावजूद आज तक एक अदद चापानल इस विद्यालय में नहीं लगा, जबकि पिछले एक साल से यह चापाकल खराब पड़ा है। उन्होंने आगे बताया, कि पीने के पानी की ही परेशानी नहीं है, बल्कि विद्यालय में बने हुए हैंडवाश यूनिट, बाथरूम, किचन रूम और किचन गार्डन भी पानी विहीन हैं।