7 जुलाई। बिहारशरीफ के मोड़ा पचासा चौक पर डॉ भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के तत्वावधान में, शिवनाथ राम की हत्या के विरोध में, कैंडल मार्च निकाला गया। इस मौके पर मंच के प्रदेश अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने कहा कि मुजफ्फरपुर के साहेबगंज प्रखंड के एक गाँव में चापाकल से पानी पी लेने पर अनुसूचित जाति के शिवनाथ राम की अनीश ठाकुर, उज्जवल ठाकुर, नन्हे ठाकुर द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी। वक्ताओं ने कहा, भारत के 75 साल आजादी के बाद भी पानी पीने हैंडपंप पर गया तो हैंडपंप अपवित्र हो गया।
अनीश ठाकुर चापाकल के सारे पैसे लेने की बात करने लगा। शिवनाथ राम अपने और अपने परिवार का आम बेचकर भरण पोषण करता था। डॉ भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान कहते हैं, पूरे बिहार प्रदेश एवं जिले में लगातार हो रहे अनुसूचित जाति समाज पर हत्या और अत्याचार के खिलाफ आज न्यायिक कैंडल मार्च निकाला गया। इस पर संसद सदस्य, विधायक एवं प्रशासन आखिर चुप क्यों हैं? इसका जवाब दो, अन्यथा प्रदेश एवं जिले में उग्र आंदोलन होगा। न्यायिक कैंडल मार्च में सभी लोगों ने एक स्वर से कहा कि शिवनाथ राम के हत्यारे को त्वरित मुकदमा चलाकर सर्वोच्च सजा दी जाए।
मृतक के परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा एवं एक सरकारी नौकरी दी जाए। प्रदेश एवं जिले में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग की जातियों पर हो रहे अत्याचार और अपराध पर रोक लगायी जाए। सही से काम नहीं करने वाले पुलिस पदाधिकारी को निलंबित किया जाए। न्यायिक कैंडल मार्च सम्पन्न करते हुए अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद बटोरन रविदास भोला पासवान बेनी सिंह यादव चुनू पासवान सिंघेश्वर पासवान आदि लोग इस न्यायिक कैंडल मार्च में शामिल हुए।
(‘जनज्वार’ से साभार)
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