21 जुलाई। भारी पुलिस तैनाती और भांगड़ा धुनों के बीच, जब भीड़ भगवान कृष्ण को समर्पित कैलाश खेर के तेज-तर्रार गीत ‘गोविंदा-गोविंदा’ पर जयकार कर रही थी, तो 10 मीटर दूर मध्य प्रदेश के उज्जैन में तीन मुस्लिम भाइयों का घर और उनकी जूस की दुकान को तोड़ दिया गया। इन तीनों मुस्लिम भाइयों पर एक हिंदू धार्मिक जुलूस पर कथित तौर पर थूकने का आरोप था। इस घटना पर विवाद के बाद उज्जैन पुलिस ने बीते सोमवार रात दो नाबालिग भाइयों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, तथा तीनों व्यक्तियों पर 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और 153ए (पूजा स्थल पर किया गया अपराध) सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
उज्जैन जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया ने क्विंट के हवाले से बताया, कि हाल ही में उज्जैन में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। वहीं ढोल के इस्तेमाल के बारे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूरिया ने स्पष्ट किया, कि पारंपरिक रूप से अतिक्रमण हटाने जैसे कार्यों की सार्वजनिक रूप से घोषणा करने के लिए ड्रम का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि आज भी इनका इस्तेमाल किया गया। वहीं इस मामले पर उज्जैन में तैनात एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, थूकने की घटना में आरोपी की हरकतें अनजाने में थीं।