26 जुलाई। देश में बच्चों के लापता होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। संसद में एक सवाल के जवाब में महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया, कि भारत सरकार के ट्रैक चाइल्ड पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, विगत पाँच वर्षों में देश भर में करीब 2,75,125 बच्चे लापता हुए हैं। इनमें से 62,237 लड़के और 2,12,825 लड़कियां हैं, वहीं 63 अन्य शामिल हैं। मध्य प्रदेश बच्चों की गुमशुदगी के मामले में अव्वल है। यहाँ विगत पाँच वर्षों में साठ हजार से अधिक बच्चे लापता हुए हैं।
मध्य प्रदेश के बाद पश्चिम बंगाल का नंबर आता है, जहाँ 49,129 बच्चे लापता हुए। वहीं 27,528 बच्चों की गुमशुदगी के साथ कर्नाटक तीसरे नंबर पर तथा 22,964 बच्चों की गुमशुदगी के साथ दिल्ली चौथे स्थान पर है। पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात में 20,081 बच्चे लापता हुए। वहीं अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड में 1-1-1 बच्चे लापता हुए। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आँकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2021 में देश में 77,535 बच्चे लापता हुए, और यह संख्या 2020 के मुकाबले 30.8 फीसद अधिक है।