नूह की हिंसा सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करती है

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1 अगस्त। सोमवार को हरियाणा के मेवात व गुरुग्राम क्षेत्र में हुई हिंसा के अगले दिन कल मंगलवार को स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने नूह व बढकली चौक का दौरा किया, जिसमें उनके साथ स्वराज इंडिया के स्थानीय साथी शामिल रहे।

योगेंद्र यादव व उनके साथियों ने बताया कि सोमवार को हुई हिंसा किसी तरह से दो समुदायों के बीच हुई हिंसा नहीं है। यह हिंदुओं के नाम पर भड़काऊ राजनीति करने वाले छुटभैया नेताओं और मेव समाज के नाम पर कुछ गुंडों और असामाजिक तत्वों की लड़ाई है। दरअसल सच यह है कि स्थानीय हिंदुओं व मुसलमानों ने एक होकर बड़कली चौक पर हो रही इस हिंसा को रोका।

योगेंद्र यादव के नेतृत्व में स्वराज इंडिया के प्रतिनिधि मंडल ने मेव जिले के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनके समक्ष तीन मांगें रखीं –

1. पथराव के जिम्मेदार गुंडों को चिह्नित कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए और बेकसूर लोगों की धरपकड़ बंद हो।

2. भड़काऊ वीडियो बनाकर लोगों को उकसाने के आरोपी अपराधियों मोनू मानेसर व बिट्टू बजरंगी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। यह हैरानी की बात है कि हत्या जैसे संगीन मामले का आरोपी मोनू मानेसर आज भी खुलेआम घूम रहा है। यह इस संदेह को पुख्ता करता है कि इन असामाजिक तत्वों को राजनीतिक प्रश्रय प्राप्त है।

3. बृज यात्रा के दौरान तनाव व हिंसा की पूर्व जानकारी होने के बावजूद हिंसा को रोकने का समुचित प्रयास न करने व हिंसा के वक्त पुलिस प्रशासन की घोर अनुपस्थिति से पुलिस व प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।

प्रतिनिधि मंडल ने स्थानीय समुदाय से अपील की कि अगर सरकार की नीयत गलत हो तब भी समाज की जिम्मेदारी बनती है कि बहुसंख्यक समाज, अल्पसंख्यक समाज को सुरक्षा प्रदान करे। इसलिए मेवात के मेव मुस्लिम समाज से अपील है कि वे मंदिरों की चौकीदारी करें व हिंदुओं को सुरक्षा की पूरी गारंटी दें और हिंदू समाज के लोग हिंदू बहुल इलाकों में मुस्लिम परिवारों व उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की गारेंटी लें। मेवात की साझी संस्कृति को जीवित रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।

कल नूह व बड़कली चौक के दौरे में योगेंद्र यादव के साथ स्वराज इंडिया हरियाणा कार्यकारिणी के सदस्य रमजान चौधरी, दिल्ली देहात के अध्यक्ष राजीव यादव व हरियाणा के कार्यकारी के शशि कुमार भी शामिल रहे।

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