13 अगस्त। 12 अगस्त को प्रात: 6 बजे बनारस स्थित सर्व सेवा संघ परिसर को सरकार ने बुलडोजर चला शकर ध्वस्त कर दिया। प्रतिरोध कर रहे लोगों में से करीब दस गांधीवादी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस बर्बर कार्रवाई के विरुद्ध व्यापक संघर्ष की रणनीति बनाने के उद्देश्य से उसी दिन यानी 12 अगस्त को रात 8 बजे “गांधी, जेपी विरासत बचाओ” और “लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान” द्वारा आयोजित आनलाइन राष्ट्रीय बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न राज्यों एवं क्षेत्रों से लगभग 80 लोग शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से प्रो.आनन्द कुमार, मेधा पाटकर, डा. सुनीलम, डा. जी.जी. परीक्षा, अरुण कुमार श्रीवास्तव, ज्ञानेन्द्र कुमार, अरविंद अंजुम, मंथन, गुड्डी, फिरोज मीठीबोरवाला, डा.संत प्रकाश, आशा बोथरा, सुशील कुमार, डा. मुनीजा ख़ान आदि ने शिरकत की। डेढ़ घंटे तक चली बैठक का संचालन प्रो. आनन्द कुमार ने किया। लगभग तीस वक्ताओं ने गांधी, विनोबा और जे.पी. की विरासत को ध्वस्त करने पर दुख व्यक्त करते हुए इस कार्रवाई को गांधी बनाम गोड्से की लड़ाई करार दिया। सभी वक्ताओं ने गांधी की विरासत और दर्शन को समाप्त करने के इस कुत्सित प्रयास की निन्दा करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। आगे इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने पर सबकी सहमति बनी।
मुख्य निष्कर्ष
1. इस संघर्ष को निर्णायक राजनीतिक संघर्ष में बदलना होगा। इसके लिए सभी गैरभाजपा दलों विशेषकर INDIA गठबंधन से संपर्क कर इस मुद्दे को 2024 के चुनाव का प्रमुख मुद्दा बनाने के लिए दबाव बनाया जाएगा।
2. बनारस शहर और आसपास मोदी के विकास के नाम पर विस्थापित हुए लोगों के संघर्ष को एकजुट करने प्रयास तेज किया जाएगा।
3. बनारस शहर के 100 वार्डों में व्यापक जन संपर्क कर पर्चे बांटे जाएंगे और लोगों को इस संघर्ष में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाएगा।
4. जी-20 की दिल्ली बैठक के पूर्व जंतर मंतर, दिल्ली में दो दिवसीय सत्याग्रह और प्रतिरोध सभा आयोजित की जाएगी।
5. दिल्ली राजघाट से बनारस राजघाट तक और कदमकुआं, पटना से राजघाट बनारस तक प्रतिरोध यात्रा आयोजित की जाएगी।
6. मुम्बई में आयोजित होने वाली INDIA गठबंधन की 30 अगस्त और 1 सितंबर की बैठक के पूर्व “विरासत बचाओ” अभियान की बैठक आयोजित कर गठबंधन के नेतृत्व से प्रतिनिधिमंडल मिलेगा और उन्हें गांधी पर हो रहे हमले को 2024 के आम चुनाव का प्रमुख मुद्दा बनाने का अनुरोध करेगा।
बैठक के दौरान ही दो सूचना मिली कि –
1. गिरफ्तार सत्याग्रहियों को छोड़ दिया गया।
2. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने विरासत बचाओ अभियान से सम्पर्क कर इस घटना के प्रति रोष और आक्रोश व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर राहुल गांधी से बात कर इसके विरुद्ध संघर्ष में उतरने का अनुरोध करने की बात कही।
– सुशील कुमार
सदस्य, राष्ट्रीय कोर कमिटी
लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान