13 अगस्त। सर्व सेवा संघ परिसर को अवैध रूप से भाजपा सरकार और रेलवे प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए जाने के विरोध में वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय गेट पर काली पट्टी बांधकर आक्रोश सभा की गयी।
13 अगस्त, रविवार को बनारस के छात्र-छात्राओं व बनारस के नागरिक समाज ने सर्व सेवा संघ को भाजपा सरकार द्वारा अवैध रूप से ध्वस्त किए जाने के विरोध में बीएचयू के लंका गेट पर काली पट्टी बांधकर आक्रोश सभा का आयोजन किया।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि आरएसएस-भाजपा की सरकार गांधी के विचारों की हत्या करना चाहती है। सर्व सेवा संघ परिसर का मामला कोर्ट में लंबित होने के बावजूद अवैध रूप से ध्वस्त करना इस बात को दर्शाता है कि ऐसे संस्थान जो शांति, सद्भाव और एकता की बात करेगा उनको तोड़ दिया जाएगा।
गोडसे ने 1948 में गांधी की गोली मारकर हत्या की और आज भाजपा सरकार ने उनके विचारों के केंद्र को तोड़ दिया। यह सरकार यह नहीं समझती कि गांधी संस्थान को तोड़कर गांधी के विचारों को नहीं नष्ट कर सकती।
भाजपा सरकार द्वारा सर्व सेवा संघ को तोड़ना न सिर्फ जमीन का मामला है बल्कि यह एक विचारधारा पर हमला है। डॉ राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में लालबहादुर शास्त्री, विनोबा भावे और जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित संस्थान को अवैध बताना देश की आजादी के महानायकों की ईमानदारी पर सवाल खड़ा करना है।
भाजपा सिर्फ सर्व सेवा संघ को ही नहीं ध्वस्त कर रही बल्कि विश्वविद्यालय, सरकारी संस्थानों और कंपनियों को पूंजीपतियों को बेचकर भी खतम कर रही है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भारत छोड़ो आंदोलन के समय गांधी से कंधा मिलाकर अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़े और वही लड़ाई आज के छात्र-छात्राएं गांधी विचार को बचाने के लिए तानाशाह सरकार के खिलाफ आगे आए हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रो. आनंद कुमार, डॉ संत प्रकाश, डॉ. प्रतिमा गौड़, रामधीरज, फादर आनंद, ईश्वरचंद, राजन गुप्ता, आकांक्षा, श्वेता, फ्लोरिन, अनिल कुमार, उमेश मेहता, संजय रावत, वीरेंद्र, जागृति राही, एकता, चंदा, जितेंद्र, कुलदीप, विवेक, उमेश, अमन, रोशन, प्रियेश, रजत, जितेंद्र कुमार, अनुज, अभिषेक, अनूप श्रमिक, धनंजय, अभिषेक, रविशेखर आदि लोग उपस्थित रहे।
सभा का संचालन राजेश ने किया।
– नीरज
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