19 सितंबर। मंगलवार को वाराणसी में ऐतिहासिक बेनिया बाग पार्क से विरासत बचाओ न्याय यात्रा शुरू हुई।
यह ऐतिहासिक मैदान बनारस के अनेक संघर्षों का गवाह है। महात्मा गांधी, जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया, राजनारायण जी और ऐसे अनेक महापुरुषों ने इस बाग में सभा की और बनारस के लोगों को आजादी का दीवाना बनाया। यह पार्क जो कभी बनारस के इतिहास को समेटे हुए था, ‘विकास’ की भेंट चढ़ गया है। जिस पार्टी का देश में इतिहास नहीं है, बनारस और देश के इतिहास को मिटाने में लगी हुई है।
आज की यात्रा बनारस के दिग्गज नेता राजनारायण जी की मूर्ति के पास से शुरू हुई और शहर के सोनारपुरा, लल्लापुरा, पिशाच मोचन होकर लहुराबीर स्थित चंद्रशेखर आजाद पार्क में समाप्त हुई।
यात्रियों ने सोनारपुरा, लल्लापुरा, पिशाच मोचन पर सभाएं कीं और नागरिकों को बनारस की ऐतिहासिक धरोहर (सर्व सेवा संघ परिसर – साधना केन्द्र) को ध्वस्त किए जाने जाने के बारे में बताया। यात्रा लहुराबीर पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गई।
महाराष्ट्र के किसान अविनाश काकडे, मध्य प्रदेश बड़वानी से ध्रुव भाई कुरकुरे, नंदलाल मास्टर, जागृति रही, विनोद जायसवाल, अनूप श्रमिक, अरविंद अंजुम, जौनपुर से अंकित सिंह, सुशीला आदिवासी, प्रीति यादव, अर्जुन सिंह आदि उपस्थित थे। प्रेरणा कला मंच के युवा कलाकारों ने गीत गाए और नारे लगाए लगाए। मंगलवार को यात्रा का संयोजन जागृति रही और सिस्टर फ्लोरीन ने किया।
– राम धीरज