कर्मचारियों के पीएफ के पैसे की हो रही है चोरी

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26 सितंबर। देश में आए दिन छोटी-बड़ी कंपनियों के द्वारा मजदूरों के पीएफ का पैसा जमा नहीं कराये जाने की खबरें आती रहती हैं। कंपनियां मजदूरों की गाढ़ी कमाई में लगातार गड़बड़ियां क मेंरती रही हैं।

ताजा मामला फरीदाबाद स्थित लखानी फुटवियर का है, जहां बीते काफी समय से कंपनी द्वारा मजदूरों के पीएफ का पैसा जमा नहीं कराया गया था। जब ईपीएफओ ने पुलिस में शिकायत दी तो कंपनी ने आनन-फानन में 1.15 करोड़ रुपये जमा कराए हैं, जिसका लाभ मजदूरों को जल्द ही मिलेगा।

फरीदाबाद में छोटी-बड़ी करीब 28 हजार कंपनियां हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में पंजीकृत कंपनियों को हर महीने कर्मचारी के वेतन का 12 फीसदी हिस्सा ईपीएफओ में जमा करना होता है। इतना ही पैसा कंपनी की तरफ से भी कर्मचारी के खाते में जमा किया जाता है।

ऑनलाइन सिस्टम होने के कारण विभाग अब लगातार कंपनियों पर नजर रख रहा है। पिछले साल ईपीएफओ द्वारा की गई जांच में सामने आया कि लखानी फुटवियर लिमिटेड सहित अनेक कंपनियां लम्बे समय से मजदूरों के पीएफ का पैसा जमा नहीं कर रही हैं।

फरीदाबाद में श्रम कानूनों की धज्जियाँ उड़ने का आलम ये है कि कई कंपनियां हैं जो मजदूरों के पीएफ का बकाया समय पर जमा नहीं कर रही हैं। इन कंपनियों में प्रमुख हैं –

S D Engineertech 55,00,000
Chaudhary Enterprises 45,00,000
Friends Auto 42,00,000
Gold Field Hospital 40,00,000
Hanumant Foundation 36,00,000
Panther Security 32,00,000
Aura Encorporated 28,00,000
Akash Pachtek 28,00,000
Om International 23,00,000
OSS Projects 20,00,000 से अधिक की राशि का बकाया है।

इन सभी कंपनियों को विभाग की तरफ से कई बार नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन हर बार नोटिस को अनदेखा कर दिया गया। जिसके बाद इन कंपनियों को डिफाल्टर की सूची में डाल दिया गया।

सहायक आयुक्त भविष्य निधि कृष्ण कुमार ने बताया कि “लखानी फुटवियर कंपनी की ओर से मजदूरों का 1.15 करोड़ रुपये का पीएफ जमा करा दिया गया है। कंपनी का अंश अभी बाकी है। डिफाल्टर कंपनियों के खिलाफ वसूली अभियान आगे भी जारी रहेगा। कुछ कंपनियों के खिलाफ वारंट भी जारी किये गए हैं।”

खबरों के मुताबिक लखानी कंपनी ने अप्रैल, 2021 से मार्च, 2023 तक कर्मचारियों के वेतन से पैसा काटा, लेकिन पीएफ खाते में नहीं डाला। इससे मजदूर काफी परेशान थे और इस मुद्दे को लेकर कर्मचारियों ने पिछले साल कंपनी के गेट पर प्रदर्शन भी किया था।

जिसके बाद ईपीएफओ द्वारा अप्रैल, 2023 में कंपनी के खिलाफ मुजेसर थाने में शिकायत भी की गई थी। जिसके बाद कंपनी द्वारा हाल ही में मजदूरों के अंश में 1.15 करोड़ की राशि जमा करा दी गई।‌ हालांकि कंपनी का इतना ही अंश अभी जमा कराना बाकी है।

– अभिनव कुमार

(workers’unity.com से साभार)

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