22 अगस्त। झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपनी माँगों को लेकर सोमवार को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव किया। आंदोलन में राज्य के सभी जिलों के मनरेगाकर्मी शामिल हुए। संघ ने आरोप लगाया, कि पिछले दिनों मनरेगा कर्मियों के मानदेय में आंशिक बढ़ोत्तरी कर ठगने का काम किया गया है। दूसरी ओर मनरेगा सेल में कार्यरत कर्मियों के मानदेय में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई। मानदेय 01/01/2022 से लागू किया गया वहीं मनरेगा कर्मियों का किया गया मानदेय बढ़ोत्तरी 01/08/2022 को किया गया, जिसको लेकर भी मनरेगा कर्मियों में काफी रोष है। संघ ने कहा, कि सरकार की रवैया पक्षपाती दिख रहा है।
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ ने कहा, कि 15 अगस्त 2022 को मनरेगा कर्मियों की सेवा का 15 वर्ष पूरा हो गया। आज तक सभी सरकारों ने मनरेगा कर्मियों को छलने का काम किया है। अल्प मानदेय के अलावा अन्य कोई लाभ मनरेगा कर्मियों को नहीं दिया जाता है। मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाना आम बात है। सारा आरोप निचले स्तर के कर्मियों पर डालकर बर्खास्त किया जा रहा है। कई मनरेगा कर्मियों की मृत्यु मानसिक दबाव के कारण जैसे ब्रेन हैमरेज, सड़क दुर्घटना, हार्ट अटैक से हो गई। इस पर भी किसी का ध्यान नहीं गया।
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