8 नवम्बर। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा महिलाओं पर लाठियां बरसाने और उन्हें गालियां देने का सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की ज्यादती को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मामला आंबेडकर नगर जिले के जलालपुर कस्बे के वाजिदपुर का है, जहाँ महिलाएं हाल ही में डॉ. बी.आर आंबेडकर के चित्र पर कालिख पोते जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। विरोध प्रदर्शन के दौरान जमीन को लेकर भी विवाद हुआ था। आंबेडकरनगर जिले के पुलिस अधीक्षक अजित कुमार सिन्हा ने मीडिया के हवाले से बताया, कि अफरातफरी के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी पर भी हमला किया। इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।
विदित हो, कि पहले आंबेडकर पार्क में डॉ. आंबेडकर के चित्र पर कालिख पोती गई थी, जिसे लेकर विवाद शुरू हुआ था। अगले दिन जिलाधिकारी के आदेश पर पार्क की चारदीवारी बनाने का काम शुरू हुआ, तब स्थानीय लोग कम भूमि दिए जाने की बात कहते हुए प्रदर्शन करने लगे। गौरतलब है, कि डॉ. आंबेडकर की प्रतिमाओं को नुकसान पहुँचाने का चलन सा बन गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कृत्य को अंजाम देने वालों के खिलाफ तुरंत जाँच होनी चाहिए। डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा के साथ हुए अपमान का विरोध होना चाहिए, किंतु इसका विरोध कर रहे लोगों, विशेष रूप से महिलाओं के प्रति जो प्रशासन और पुलिस का रवैया रहा है, उसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है। स्थिति को समझा-बुझाकर नियंत्रित किया जा सकता था, परंतु पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया है। यह स्थिति अत्यधिक गंभीर है। इस पूरे प्रकरण की त्वरित व निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।
– अंकित कुमार निगम