12 जनवरी। विद्युत मजदूर पंचायत के बैनर तले गाजीपुर जिले के समस्त मीटर रीडर, संविदाकर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं विद्युत कर्मचारियों ने अपनी माँगों को लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर बुधवार को धरना दिया। अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि पिछले 4 माह से मीटर रीडरों का वेतन नहीं मिला है, न ही अभी तक 15 महीने से स्टर्लिंग कंपनी द्वारा मीटर रीडरों का पीएफ जमा कराया गया है। अधिकारियों एवं ठेकेदारों की दलाली हो रही है, जो जाँच का विषय है। वहीं संविदाकर्मियों एवं कंप्यूटर ऑपरेटरों का पिछले 3 महीनों से वेतन बकाया है, जिसको लेकर बार-बार अधीक्षण अभियंता को नोटिस दिया गया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे कर्मचारियों में आक्रोश बना हुआ है।
जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा ने मीडिया के हवाले से बताया कि जिले के 90 प्रतिशत संविदाकर्मियों को भारत इंटर प्राइजेज फर्म द्वारा सुरक्षा उपकरण नहीं मुहैया कराया गया, जिसकी वजह से आए दिन संविदाकर्मियों की मौत हो रही है, और विद्युत प्रबंधन कमीशन के चक्कर में आंख पर पट्टी बांध रखा है। वहीं कैश काउंटर पर कार्यरत टीजी 2 कर्मियों को कैश बैंक एवं डिवीजन में ले जाने के लिए सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है, न ही साधन की व्यवस्था है। अगर कहीं पैसे की छिनैती हो जाती है तो जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने कहा, कि जब तक सभी मीटर रीडर, संविदा कर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं विद्युत कर्मियों की माँगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। सरकार आंखमिचौली कर रही है, जिसे विद्युत मजदूर पंचायत कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। यह संगठन मजदूरों को हक दिलवाने के लिए जी-जान से संघर्ष करता आ रहा है और संघर्ष करता रहेगा, चाहे इसके लिए कोई भी अंजाम सहना पड़े।
(‘दैनिक भास्कर’ से साभार)