24 जनवरी। एयर इंडिया के नए मालिक टाटा द्वारा मकान किराये के बहाने वेतन कटौती से नाराज कर्मचारियों ने ‘एयर इंडिया कॉलोनी बचाओ समिति’ बनाकर जमीनी व कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है। ये कटौती एयर इंडिया कॉलोनी में रह रहे कर्मचारियों के वेतन से आवास के किराये के रूप में की जा रही है, और इसे लेकर कर्मचारी यूनियन में भारी आक्रोश है। बीते रविवार को मुंबई में ओल्ड एयर इंडिया कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों ने मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। मुंबई के सान्ताक्रूज ईस्ट में स्थित ओल्ड एयर इंडिया कॉलोनी के कर्मचारियों ने एयर इंडिया कॉलोनी बचाओ समिति बनाई है, और इसे मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
विदित है कि मोदी सरकार ने एयर इंडिया को टाटा ग्रुप को बेच दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि रिहाइशी कॉलोनियों को अभी किसी निजी कंपनी को नहीं बेचा गया है, फिर कटौती किस बात के लिए की जा रही है। एयर इंडिया के कर्मचारियों ने बीते रविवार को कॉलोनी में अपने परिवार सहित विरोध मार्च निकाला। कर्मचारियों की माँग है, कि प्रबंधन की इस मनमानी कार्रवाई को तत्काल रोका जाए। वहीं एयर इंडिया के नए मालिक टाटा ग्रुप ने कर्मचारियों की सैलरी से आवास का किराया काटना शुरू कर दिया है। एयर कार्पोरेशन एम्प्लाइज यूनियन के सदस्यों का कहना है कि एयर इंडिया को टाटा ग्रुप ने हाल ही में अधिग्रहण किया है, लेकिन उसे कोई कानूनी अधिकार नहीं है कि एयर इंडिया कर्मचारियों के कॉलोनियों में रहने के लिए उनकी सैलरी से किराया काटे।