18 अप्रैल। पंजाब में ‘बेमौसम बरसात’ के कारण सूखे और टूटे गेहूँ की कीमत में केंद्र सरकार द्वारा कटौती की घोषणा के विरोध में किसानों ने चार घंटे तक ‘रेल रोको’ किया, और कई स्थानों पर रेल की पटरियों पर धरना दिया, जिसके बाद कम से कम 20 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। किसान अमृतसर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और केंद्र व पंजाब सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की। किसान अमृतसर-दिल्ली रेल ट्रैक पर बैठे थे, जिससे देश के कई हिस्सों सहित अमृतसर से दिल्ली जाने वाली ट्रेनें प्रभावित हुईं। प्रभावित ट्रेनों का सीधा असर अमृतसर से अलग जगहों पर जाने वाले यात्रियों पर पड़ा।
केंद्र ने पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान में बेमौसम बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान के मद्देनजर गेहूँ की गुणवत्ता के मानदंडों में ढील दी है, वहीं इसने सूखे और टूटे हुए गेहूँ के मूल्य में छह फीसदी से अधिक की कटौती करने का फैसला किया है। जबकि वहीं किसान फसल को हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ अधिक मुआवजे की भी माँग कर रहे हैं। किसानों ने नुकसान के लिए 50,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजे की माँग की, और 15,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे को अपर्याप्त बताया है।