20 मई। नैनीताल उच्च न्यायालय के आदेश पर जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लालकुआं रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर बसाई गई नगीना कॉलोनी पर बुलडोजर चला दिया। उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने बगैर पुनर्वास की व्यवस्था के चार जेसीबी मशीनों को लगाकर 300 से अधिक घरों को ध्वस्त कर दिया और हजारों परिवारों को बेघर कर दिया। स्थानीय लोगों द्वारा इस कार्रवाई का विरोध करने पर उनकी पुलिस के साथ हल्की नोक झोंक भी हुई, वहीं विरोध प्रदर्शन करने पर 20-25 लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में दायर एक जनहित याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट द्वारा अभी बीते दिनों इस अतिक्रमण को हटाने के आदेश रेलवे व जिला प्रशासन को दिए गए थे।
इस दमनात्मक घटना के तुरंत बाद से विरोध शुरू हो गया। हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, प्रगतिशील युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड सरकार और रेलवे का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने मीडिया के हवाले से बताया, कि शासन-प्रशासन ने गरीब बस्तीवासियों को उजाड़ने में न तो लोकतांत्रिक नागरिक अधिकारों का ख्याल रखा और न ही मानवीयता के आधार पर व्यवहार किया। कार्रवाई कुछ इस प्रकार से हुई कि कोई भू-माफिया अपने लठैतों के जरिए गरीबों की बस्ती उजाड़ रहा हो। कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में माँग की है कि सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को तत्काल रिहा किया जाए, साथ ही नगीना बस्तीवासियों के पुनर्वास की तत्काल व्यवस्था की जाए।