20 मई। झारखंड के कोल्हान स्थित मुसाबनी प्रखंड के लाटिया चौक पर बागजांता माइंस ‘सड़क विस्थापित कमेटी’ का असहयोग आंदोलन 12 दिनों से अनवरत जारी है। रैय्यतदार हर दिन की भांति शनिवार को भी अपनी रैय्यती जमीन पर घंटों तक डटे रहे। कमेटी के संरक्षक व रैय्यतदार बुद्धेश्वर मुर्मू ने मीडिया के हवाले से बताया कि आंदोलन शांतिपूर्ण और एकजुटता के साथ चल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि रैय्यतों ने विगत दिनों अपनी तीन सूत्री माँगों से स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ यूसिल प्रबंधन को भी अवगत कराया था।
माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर समाधान करने के लिए लिखित आवेदन दिया गया था। यूसिल के टालमटोल रवैये और सोची-समझी चाल से ग्रामीणों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी अवगत हो चुका है। बुद्धेश्वर मुर्मू ने बताया कि यूसिल प्रबंधन की गलत मंशा बहुत दिनों तक चलनेवाली नहीं है। 24 मई की वार्ता का इंतजार कर रहे हैं। इसमें अगर सकारात्मक परिणाम नहीं आते हैं, तो बहुत जल्द यूसिल के प्रबंधन के खिलाफ और नया खुलासा किया जाएगा। बुद्धेश्वर मुर्मू ने कहा कि हम अपने अधिकार की लड़ाई अपनी जमीन में कर रहे हैं, बाकी लोगों को पेट में दर्द नहीं होना चाहिए; बागजांता यूसिल माइंस के स्थापना वर्ष 2004 से ही रैय्यती सहयोग करते आ रहे हैं।
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