आ. आनंद कुमार जी, की ओर से समता मार्ग के सहयात्री को सादर श्रद्धांजलि!
राकेश सिन्हा जी का महाप्रस्थान समाजवादी वैचारिक परिवार और वैकल्पिक राजनीति आंदोलन की अपूरणीय क्षति है। आई. आई. टी. मुंबई और पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय से टेक्नोलॉजी की उच्चतम शिक्षा के बाद भारत लौट कर काशी विश्वविद्यालय में आदर्श शिक्षक और सरोकारी बुद्धिजीवी की भूमिका का निर्वाह अनुकरणीय योगदान था। उन्होंने निःस्वार्थ भाव से पिछले पांच दशकों में समता संगठन से लेकर स्वराज अभियान तक अनवरत सक्रियता का सिलसिला जारी रखा।
सौम्य और स्नेहिल व्यक्तित्व और संतुलित आचरण के कारण वह अजातशत्रु के रूप में अपने सहकर्मियों और सहयोगियों में सहज लोकप्रिय रहे। वैचारिक प्रतिबद्धता और अपार धीरज का समन्वय उनकी विशेषता रही। कैंसर जैसे गंभीर रोग का उन्होंने द्रष्टाभाव से महीऩों सामना किया। उनकी पत्नी और बेटी ने बहुत सेवा भी की। अपार दुःख की इस घड़ी में हमारी समवेदना और विनम्र श्रद्धांजलि।