25 जनवरी। केजरीवाल सरकार की नयी आबकारी नीति के तहत दिल्ली में अब साल में 21 दिन की जगह सिर्फ 3 दिन ही ड्राई डे होंगे। जाहिर है, केजरीवाल सरकार दिल्ली में ज्यादा से ज्यादा शराब की बिक्री कर कमाई का जरिया बना रही है जो कि सीधा सीधा दिल्ली को नशे में डुबाने का काम है, दिल्ली में कई गुना ज़्यादा शराब की खपत दिल्ली की जनता और युवाओं के भविष्य के लिए बहुत ही भयावह साबित होगी। इसका दुष्परिणाम जानते हुए भी केजरीवाल सरकार लगातार दिल्ली में शराब की खपत बढ़ाने के लिए नयी नीति ला रही है, लगातार दिल्ली के हर वार्ड में शराब के नए ठेके खोले जा रहे है, अब 21 साल का युवा भी शराब पी सके इसके लिए केजरीवाल सरकार ने उम्र सीमा 25 से घटा कर 21 कर दी है।
वहीं दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल पंजाब चुनाव में पंजाब को नशामुक्त करने की बात कह रहे हैं। ऐसा ही ढोंग 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी अरविंद केजरीवाल ने किया था, जब दिल्ली की जनता से यह वायदा किया था कि बिना मोहल्ला सभा की सहमति के शराब बिक्री को लेकर नयी आबकारी नीति लागू नहीं की जाएगी। लेकिन आज सब काम वायदे के उलट किये जा रहे हैं। दिल्ली के हर वार्ड में रिहायशी इलाकों के बीच 4 से 5 शराब के ठेके खोलने का काम शुरू हो चुका है जो कि बिना मोहल्ला सभा व उस क्षेत्र की जनता से पूछे लागू कर दिया गया है।
स्वराज इंडिया के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नवनीत तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार शराब की कई गुना खपत बढ़ा कर दिल्ली की जनता को नशे के अंधेरे में धकेलने का काम कर रही है, इसका हम सख्त विरोध करते हैं और आनेवाले निगम चुनाव में इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे।
– देवेंद्र शर्मा
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