‘राजा’ की सनक का एक और उदहारण!

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— श्रीनिवास — अमूमन हर राजा-बादशाह और शासक अपने कार्यकाल में कुछ ऐसा कर जाना चाहता था, जिस कारण इतिहास में उसे खास स्थान मिल...

भारत में मीडिया की आजादी के लिए क्या करना होगा?

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— रामशरण — भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में प्रेस (मीडिया) ही जनता और सत्ता के बीच संपर्क सूत्र होता है। इसीलिए इसे लोकतंत्र का चौथा...

नर्मदांचल से देश को संदेश

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— कश्मीर उप्पल — नर्मदांचल में एक एवं दो अप्रैल को बान्द्राभान में जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) की बैठकें हुईं। देशभर में अलग-अलग...

मलियाना जनसंहार : फैसला बनाम न्याय

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— रमाशंकर सिंह — अभी कुछ हफ्ते पहले उत्तर प्रदेश और राजस्थान की निचली अदालतों ने अपने फैसले सुनाये हैं, समय हो तो नजर कर...

जाँच में सहयोग नहीं देना यह संज्ञेय अपराध नहीं है

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— पन्नालाल सुराणा — दिल्ली के उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया, जो राज्य के आबकारी तथा शिक्षामंत्री भी हैं,, को सीबीई ने अपनेदफ्तर में 27 फरवरी...

विकास की उलटी गंगा

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— कुमार कृष्णन — आज 22 फरवरी है। आज ही के दिन बिहार में अस्सी के दशक में गंगा को पानीदारों यानी जलकर जमींदारों से...

बुलडोजर काल

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— कृष्ण कान्त — अब बुलडोजर ही कानून है, वही संविधान है, वही अदालत है, वही जज है, वही सरकार है। यह बुलडोजर काल है। कश्मीर...

सेवानिवृत्त जज का राज्यपाल बन जाना!

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— श्रीनिवास — सुप्रीम कोर्ट के अवकाशप्राप्त जज जस्टिस एस अब्दुल नजीर को (गत 12 फरवरी को) आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है....

खबर अखबार की

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— अच्युतानंद किशोर 'नवीन' — कल प्रेमपाल शर्मा जी के पोस्ट से जानकारी मिली कि बेंगलुरु स्टेशन पर अखबार कहीं नहीं मिलता है। अमूमन सारे...

इलेक्शन बांड के खतरे

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— जगदीप एस. छोकर — हालांकि सरकार बार-बार कहती रही है कि इलेक्शन बांड ने राजनीतिक चंदे की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बना दिया...