बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक : दमन का नया औजार
– अनिल सिन्हा —
बिहार विधानसभा में 23 मार्च, 2021 को पुलिस बुलाकर विधायकों की पिटाई का मामला फिलहाल शांत होनेवाला नहीं है। विपक्ष के...
गांधीवादी संस्थाओं पर गिद्ध-दृष्टि
— जागृति राही —
गांधी विचार की संस्थाओं, आश्रमों में घुसपैठ और उन पर कब्जे की कोशिश बीजेपी की सरकारें और संघ के समर्थक लगातार...
हमारे लोकतांत्रिक मूल्य क्या इतने कमजोर हैं!
— शिवानंद तिवारी —
बिहार आंदोलन के दरमियान पटना के गांधी मैदान में जयप्रकाश जी की सभा होने वाली थी। तारीख का स्मरण नहीं है।...
पंडित जगन्नाथ उपाध्याय की मिसाल
— अफ़लातून —
भारत के प्रथम राष्ट्रपति ने काशी में ब्राह्मणों के पांव धोए थे। तब एक विद्वान ब्राह्मण ने ऐसा करवाने से इनकार कर...
खबर अखबार की
— अच्युतानंद किशोर 'नवीन' —
कल प्रेमपाल शर्मा जी के पोस्ट से जानकारी मिली कि बेंगलुरु स्टेशन पर अखबार कहीं नहीं मिलता है। अमूमन सारे...
सोशल मीडिया ने दिखाई ताकत
— सुनीलम —
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में रोज 3 लाख से अधिक पीड़ित जुड़ रहे हैं। औसतन 3000 से अधिक पीड़ितों की...
फादर की मौत का गुनहगार कौन
— डॉ सुनीलम —
फादर स्टेन स्वामी की अंतरिम जमानत की सुनवाई पूरी होने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
84 वर्ष की उम्र तक...
वनाधिकार कानून कहां है
— नवनीश कुमार —
हाल ही में गोरे अंग्रेजों के समय के दमनकारी ''देशद्रोह'' कानून की वैधता पर हैरानी जताते हुए सरकार से पूछा है...
ऐतिहासिक घटना है किसान मोर्चा व श्रमिक संघों का साथ आना
— सुनीलम —
एक मई को दुनियाभर में मई दिवस, 'दुनिया के मजदूरो एक हो' के नारे के साथ मनाया जाता है। भारत में भी...
आपातकाल को भूल नहीं सकते
— रामबाबू अग्रवाल —
आजाद भारत के इतिहास में 25 जून की तारीख अहम है। इसी दिन यानी 25 जून 1975 को स्वतंत्र भारत के...