सोशलिस्ट, कॉलमकार के. विक्रम राव अब नहीं रहे!

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— राजकुमार जैन — के. विक्रम राव मेरे पुरानें वरिष्ठ सोशलिस्ट साथी थे। आंध्र के एक बहुत ही नामवर, ब्यूरोक्रेट, पत्रकारों के परिवार में जन्मे...

के विक्रम राव : श्रद्धांजलि

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— प्रेमकुमार मणि — वरिष्ठ पत्रकार और हमारे मित्र के विक्रम राव नहीं रहे. उनके बेटे के विश्वदेव राव द्वारा भेजे गए व्हाट्सप सन्देश से...

आधुनिक युग में समाजवाद की प्रासंगिकता – समय की पुकार

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लेखक: जॉन जी. कैनेडी "मानवता के समाजवादी स्वप्नद्रष्टा" 1. भूमिका - समाजवाद क्या है? :- समाजवाद का मतलब केवल एक राजनीतिक विचारधारा नहीं है, बल्कि यह...

जगहें तेज़ी से ख़ाली हो रही हैं, भर जरा भी नहीं...

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— श्रवण गर्ग — उमा जी को लेकर स्मृतियाँ कोई अट्ठावन साल पुरानी हैं।बनारस में गंगा तट के निकट स्थित और तब सर्व सेवा संघ...

महात्मा ज्योतिबा फुले और डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी जयंती पर...

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— डॉ. सुरेश खैरनार — भारतीय समाज जागरण के पुरोधाओं में सबसे पहले राजा राम मोहन राय का जन्म, अंग्रेजो ने सोलह साल पहले प्लासी...

रामकिशोर अब नहीं रहे!

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— राजकुमार जैन — अकेला हूं, पर विरोध जरूर करूंगा। ऐसे थे हमारे साथी रामकिशोर जो अब नहीं रहे। लखनऊ के वरिष्ठ सोशलिस्ट साथी रामकिशोर...

अभिनेता मनोज कुमार नहीं रहे!

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— परिचय दास — मनोज कुमार का चेहरा किसी पुराने स्मृति-चित्र की तरह हमारे भीतर बसा है—कुछ धुँधला, फिर भी तेजस्वी, कुछ नर्म, फिर भी...

बुद्धिजीवियों का दायित्व और जिम्मेदारी

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— सच्चिदानंद पांडे — अपनी उत्कृष्ट मेधा बुद्धि, बौध्दिक सौष्ठव, वैचारिक शक्ति, सामाजिक गतिकी की सही समझ, संचित ज्ञान, बुद्धिमत्ता, सूचनाओं तक पहुंच, अभिव्यक्ति की...

एस. एम. जोशी जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि

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— डॉ. सुरेश खैरनार — एस. एम. जोशी जी का जन्म 12 नवम्बर 1904 को पुणे जिले के जुन्नर तालुके के एक छोटे से गाँव...

अतीत के सुनहरे व भावुक पल

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सरदार पटेल की सुपुत्री मणि बेन पटेल 26 मार्च सन 1931 को यूरोप जाने से पहले महात्मा गांधी से आत्मीयता से गले मिलती हुईं।...