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सवालों के घेरे में नीतीश सरकार

by Rajendra Rajan
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27 जून। ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार से STET मेरिट लिस्ट में हुई गड़बड़ी पर एक बार फिर सवाल किया है। ज्ञात हो कि 21 जून को शिक्षामंत्री द्वारा जारी STET 2019 मेधा सूची पर बवाल हो गया था जब अनुपम ने प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में अनुपम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 7 सीधे सवाल पूछे थे जिनके उत्तर सरकार अब तक नहीं दे पायी है।

डैमेज कंट्रोल की कोशिश में सरकार अब सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का आश्वासन दे रही है। ये भी बताया गया कि 2011 STET के अभ्यर्थियों को एडजस्ट करने के कारण 2019 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को बाहर किया गया। लेकिन प्रेस वार्ता में 2011 के अभ्यर्थियों ने सरकार के इस झूठ की भी पोल खोल दी।

मामला तूल पकड़ता देख सरकार ने अपने ही अधिकारियों की एक कमिटी बना दी। एक ही दिन में कमिटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी और वही सिफारिशें कीं जो पहले से ही शिक्षामंत्री डैमेज कंट्रोल के उद्देश्य से कह रहे थे।

अनुपम ने कहा कि बिहार सरकार की सारी तिकड़मबाज़ियों के बावजूद मुख्य सवाल ज्यों के त्यों बने हुए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या उनके किसी भी मंत्री ने इन सवालों पर अबतक संतोषजनक उत्तर नहीं दिया।

1. STET उत्तीर्ण कोई भी शिक्षक ‘मेरिट लिस्ट’ से बाहर कैसे हो सकता है जब सफल अभ्यर्थियों की संख्या कुल रिक्तियों से भी कम है?

2. बाहर किए गए सफल अभ्यर्थियों की जगह किनको और किस आधार पर मेरिट लिस्ट में घुसाया गया?

3. विषयवार कटऑफ क्यों नहीं बता रही सरकार और मेरिट लिस्ट को लेकर पारदर्शिता क्यों नहीं बरती जा रही?

4. अपने ही विज्ञापन का पालन क्यों नहीं कर रही सरकार?

5. कम अंक वाले’मेरिट लिस्ट’ में और ज्यादा अंक वाले बाहर कैसे हो सकते हैं?

6. भर्ती प्रक्रिया के नाम पर फोन करके रिश्वत की मांग क्यों की जा रही थी और ऐसे आरोपों की सरकार ने त्वरित जाँच क्यों नहीं की?

7. क्या एक बार फिर शिक्षक बहाली प्रक्रिया को कोर्ट के पचड़े में फँसाने की कोशिश हो रही है?

अनुपम ने कहा कि अभ्यर्थियों को तरह-तरह की कैटेगरी में डालकर उन्हें बाँटने की बजाय सरकार जल्द से जल्द बिहार में शिक्षकों की कमी को पूरा करे।

अनुपम ने कहा कि नीतीश सरकार यदि इन सात सवालों के संतोषजनक उत्तर नहीं देती तो दाल में जरूर कुछ काला है। वरना क्या कारण है कि मुख्यमंत्री ने मौन धारण कर रखा है?

– ऋषव रंजन 9534251489

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