Tag: एकांत श्रीवास्तव की छत्तीसगढ़ी कविताएँ
“आदमी न पत्थर है, न ठूंठ, वह है धरती का कल्पवृक्ष”
— भोला प्रसाद सिंह —
हिंदी क्षेत्र की बोलियों में उजाला के लिए ‘अँजोर’ शब्द ज्यादा प्रचलित है. छत्तीसगढ़ी में भी ‘अँजोर’ ही आम जुबान...