Tag: गांधी
राममनोहर लोहिया — एक कुजात-गांधीवादी: स्मृति और संदेश
कभी-कभी कोई व्यक्ति समय के विरुद्ध खड़ा दिखाई देता है। वह अपने युग की सुविधाओं, सत्ता की रीतियों और परंपरा की ठसक के सामने...
क्या गांधी ने नेहरू को प्रधानमंत्री नियुक्त कर भारत पर थोप...
— सुशोभित —
बहुत वर्षों से यह आरोप लगाया जा रहा है। समय आ गया है कि इस आक्षेप की भी हम तथ्यपूर्ण और मननशील...
गांधी समाधि से आचार्य नरेन्द्रदेव मूर्तिस्थल तक सोशलिस्टों का पैदल मार्च।
— प्रो. राजकुमार जैन —
1942 से लेकर अभी तक दिल्ली के सोशलिस्ट बड़ी शिद्दत के साथ 9 अगस्त के क्रांति दिवस को मनाते चले...
राम से शुरू हुए राणा तक आ गए !
— चंचल —
संघ अपना एजेंडा चलाने में सफल रहा है। वह विषयांतर का माहिर है। सरकार में आने के लिए उसने “अतीत“ का सहारा...
सप्त धातुओं की मूर्ति
— आचार्य दादा धर्माधिकारी —
डॉ. लोहिया को अपना मित्र मानने में मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता हूं । 1933-34 में जर्मनी से स्वदेश...
स्वदेशीकरण की राजनीति के विरोधाभाष
— रणधीर कुमार गौतम —
स्वदेशी जागरण का एक राजनीतिक या वैचारिक आन्दोलन के रूप में केवल भारत में ही नहीं, तीसरी दुनिया के अनेक...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – चौथी किस्त
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
इस करार (पूना पैक्ट) पर टिप्पणी करते हुए धनंजय कीर कहते हैं, “गांधीजी में स्थित महात्मा जब राजनीतिज्ञ गांधी पर...

















