Tag: मनोज अभिज्ञान
स्त्री-पुरुष एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी नहीं, पूरक हैं – मनोज अभिज्ञान
दुनिया को स्त्री और पुरुष के खांचे में बांटकर देखने की आदत इतनी पुरानी और स्वाभाविक बना दी गई है कि उस पर प्रश्न...
अच्छा नागरिक जरूरी नहीं कि अच्छा इंसान भी हो!
— मनोज अभिज्ञान —
अच्छा नागरिक जरूरी नहीं कि अच्छा इंसान भी हो। अच्छा नागरिक होने की परंपरागत परिभाषा, दरअसल राजनीतिक अनुशासन का फल है...
इतिहास खुद को दोहराता है!
— मनोज अभिज्ञान —
सैकड़ों शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और लेखकों ने एक बार फिर दुनिया को चेतावनी देने के लिए इतिहास की ओर रुख किया है।...













