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रचना की तरह आलोचना
— गोपेश्वर सिंह —
अशोक वाजपेयी मूलतः कवि हैं। उनकी कविताएँ अपने समकालीनों में अलग तरह की हैं- ख़ासकर अपनी विषय-वस्तु में। इसके अतिरिक्त उन्होंने...
अशोक वाजपेयी की चार कविताएँ
1. थोड़ा-सा
अगर बच सका
तो वही बचेगा
हम सबमें थोड़ा-सा आदमी-
जो रौब के सामने नहीं गिड़गिड़ाता,
अपने बच्चे के नम्बर बढ़वाने नहीं जाता मास्टर के घर,
जो रास्ते पर...
ये मौतें टाली जा सकती थीं – अशोक वाजपेयी
यह सोचना कठिन है कि कोरोना प्रकोप जो कहर ढा रहा है उसने सत्ताधारियों की नींद हराम कर दी है। उनकी ओर से जो...