Tag: Emergency
जेपी ने मुझे बताया कि आरएसएस ने उन्हें धोखा दिया है...
(जयप्रकाश नारायण इमरजेंसी के दौरान जब चंडीगढ़ पीजीआई के गेस्ट हाउस में नजरबंद थे तो उनकी निगरानी की जिम्मेदारी चंडीगढ़ के तत्कालीन जिलाधिकारी एमजी...
18 मार्च, 76 को मधु जी ने अपने ट्रांजिस्टर की होली...
(इस संस्मरण के लेखक विनोद कोचर को इमरजेंसी के दौरान नरसिंहगढ़ जेल में मधु लिमये के सान्निध्य में आने और उन्हें बेहद करीब से...
ऋषि तुल्य राजनेता थे ए.के. राय
— अशोक वर्मा —
ऋषि तुल्य राजनेता, प्रख्यात एवं मौलिक मार्क्सवादी चिंतक, अलग झारखंड राज्य के शिल्पकार तथा माफिया के चंगुल में कराहते कोयला मजदूरों...
भूमिगत जीवन और मधु लिमये से संपर्क
— जयशंकर गुप्त —
कई महीने जेल में बिताने के बाद परीक्षा के नाम पर हमें पैरोल-जमानत मिल गई लेकिन हम एक बार जो जेल...
क्या था जेपी का अंतिम सन्देश – आनन्द कुमार
भारत को ब्रिटिश राज से लेकर इंदिरा गांधी के इमरजेंसी राज से मुक्ति में अग्रणी भूमिका के लिए सतत प्रेरणा-स्रोत रहे जयप्रकाश नारायण जीवन...
इमरजेंसी ने एक महान अवसर का गला घोंट दिया – आनंद...
(दूसरी किस्त)
सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन को असफल करने के लिए राजसत्ता की तरफ से की गयी व्यूह-रचना में आचार्य विनाबा भावे की प्रतिष्ठा को दाँव...
बिहार आन्दोलन, विद्यार्थी परिषद, जनसंघ और जेपी – आनन्द कुमार
यह स्वीकार करना चाहिए कि जेपी के सार्वजनिक जीवन में तीन विवादग्रस्त निर्णय रहे हैं – (1) 1954 में समाजवादी दल से अलग होकर...
सबके ‘अपने-अपने’ जयप्रकाश – आनंद कुमार
जयप्रकाश नारायण ने अपने सतहत्तर बरस के कर्मयोगी जीवन में देश-दुनिया के साथ एकतरफा योगदान का सम्बन्ध रखा। किसी चुनाव में उम्मीदवार बनकर अपने...
देश-दुनिया में स्वतंत्रता के प्रेरणा-स्रोत – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
लोकहितकारी लोकतंत्र की रचना का आवाहन
अंतत: कांग्रेस, कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी जैसे महत्त्वपूर्ण दलों को अपने जीवन के...
आपातकाल में किशन जी के साथ – दूसरी किस्त
— मनोज वर्मा —
असल में जॉर्ज फर्नांडीज और किशन जी को लेकर मेरी गिरफ्तारी का मामला अत्यं/त गंभीर हो गया था। जॉर्ज से इंदिरा...