Tag: Golwalkar
संघ परिवार की राजनीति में सुधार असंभव है
— मधु लिमये —
(यह लेख 1993 में प्रकाशित मधु लिमये की पुस्तक संघ परिवार की लचर बौद्धिकता का एक अंश है। इसे ‘समाजवादी विचारमाला’(27-ए,...
हिटलर के मुरीद गोलवलकर हिंदुओं का अमानवीयकरण करना चाहते थे
— प्रभाकर सिन्हा —
जर्मनी हिटलर के शासनकाल में यहूदियों का कत्लगाह बन गया था। 25 लाख यहूदियों को गली के कुत्तों की तरह झुंडों...
सच कहने का जोखिम उठाने की मिसाल बन गये हैं कन्नड़...
— अनिल सिन्हा —
स्वतंत्रता दिवस और घर-घर तिरंगा कार्यक्रम का शोर है। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की याद आना स्वाभाविक है जो आजादी...