Tag: theatre of relevance
काल की पुकार!
— मंजुल भारद्वाज —
देश और दुनिया आज सांस्कृतिक रसातल में है। तकनीक के बल पर संचार माध्यम में सारा विश्व लाइव है। त्रासद यह...
रंगकर्म सत्य का मार्ग दिखाता है
— मंजुल भारद्वाज —
मूलतः रंगकर्म एक राजनीतिक कर्म है। जो राजनीति और रंगमंच के अंतर्संबंधों को नहीं जानता वह ‘रंगकर्मी’ नहीं है। भारतीय मान्यताओं...