Tag: Yogendra yadav
भारत में कोरोना की पहली लहर के पांच सबक – योगेन्द्र...
देश के नीति-निर्माण के गलियारे में एक गुमराह करने वाली धारणा पैर जमा रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्टेट ऑफ द इकॉनॉमी...
प्रो धीरूभाई शेठ के निधन से जन-राजनीति ने अपना एक हितैषी...
प्रोफेसर डी.एल सेठ के दिवंगत होने के साथ इस देश में वह सेतु टूट गया जो समाज-विज्ञान की सत्वर सैद्धांतिकी को समाज और राजनीति के...
तीन कृषि कानूनों की हकीकत क्या है – योगेन्द्र यादव
जमाखोरी छूट कानून
सरकारी नाम : आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020
असली काम : जमाखोरी और कालाबाजारी पर रोक-टोक बंद।
फायदा : अडानी,बड़े स्टॉकिस्ट, थोक व्यापारी व एक्सपोर्ट कंपनी को।
नुकसान : छोटे किसान को, गरीब उपभोक्ता...
प्रधानमंत्री मोदी और किसान के बीच एक संवाद – योगेन्द्र यादव
(दिल्ली की सरहदों पर किसानों को मोर्चा लगाए 150 दिन हो गए हैं। आंदोलन तो और भी पहले से चल रहा था। इतने लंबे...
आज नहीं तो कल लोग कहेंगे : मोदीजी चुनाव का खेल...
कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद राष्ट्र के नाम प्रधानमंत्री के प्रथम संबोधन से एक बात साफ हो गई है : देश अभूतपूर्व स्वास्थ्य...
आंबेडकर की सिखावन : बहुसंख्यकों की मनमानी नहीं है...
आंबेडकर मानते थे कि लोकतंत्र की पहली और सबसे जरूरी शर्त है कि बड़े पैमाने की गैर-बराबरी ना हो, हर नागरिक के साथ शासन-प्रशासन...
कोई सरकार क्यों नहीं चाहती जनगणना में ओबीसी की गिनती –...
सत्ताधारी वर्ग जब शासन में होता है तो क्या करता है? सवाल की शक्ल में दिखता यह वाक्य दरअसल मार्क्सवादी सैद्धांतिकी पर लिखी एक...