– समता मार्ग –
नई दिल्ली। किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर यानी अपने धरना स्थलों पर होली मनाई। इससे एक दिन पहले किसानों ने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई थीं। किसानों का कहना है कि किसान असल मायने में तभी होली मना पाएंगे जब तीनों कानून वापस होंगे और एमएसपी पर कानून बनेगा। सिंघु बार्डर पर होला मोहले का कार्यक्रम जोर-शोर से हुआ। टिकरी बार्डर पर मुख्य मंच पर सांस्कृतिक कार्क्रम हुए। गाजीपुर बार्डर भी किसानों ने पारंपरिक तरीके से होली मनाई। गाजीपुर धरना स्थल पर आसपास के लोग भी किसानों के होली उत्सव में शरीक हुए।
हालांकि कई दौर की बैठकों में सरकार के सामने यह साबित किया जा चुका है कि तीनों कृषि कानून किस तरह खतरनाक हैं और किसानों को इससे क्या नुकसान होगा। फिर भी किसान संगठनों के सान्निध्य में होली के दिन एडवोकेट जोगिंदर सिंह तूर ने ‘इन कानूनों में काला क्या ’ नामक किताब लांच की, जिसमें हर मुद्दे को विस्तार से समझाया गया है।