18 अप्रैल। आज सिंघु बॉर्डर पर सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा मंच के माध्यम से आसपास के लोगों का सम्मान किया गया। पिछले करीब पांच महीनों से आसपास के लोगो ने निस्वार्थ भाव से किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है, साथ दिया है। आसपास के किसानों, मजदूरों समेत आम लोगों ने प्यार सत्कार के साथ हमदर्दी दिखाई। यहां तक कि खट्टर सरकार और बीजेपी के द्वारा पंजाब और हरियाणा के किसानों को आपस में लड़ाने की कई बार साजिश गई, उनके बीच टकराव पैदा करने के लिए सतलज यमुना लिंक का मुद्दा उठाया गया। लेकिन हरियाणा के किसान साजिश को भांप गए और पंजाब के किसानों के साथ खड़े होकर उस साजिश को नाकाम कर दिया। यही नहीं, हरियाणा के किसान भी भारी तादाद में आंदोलन में शरीक हुए और पंजाब के बाद किसान आंदोलन हरियाणा में भी जन आंदोलन बन गया। हरियाणा के किसानों ने धरना स्थलों पर रसद-पानी की आपूर्ति समेत हर इंतजाम में आगे बढ़कर हाथ बंटाया।
सयुंक्त किसान मोर्चा ने 18 अप्रैल को सिंघु के आसपास के गांवों, फैक्ट्रियों, बस्तियों व बाजारों के लोगों का मंच पर स्वागत व सम्मान किया। स्थानीय लोगों ने भविष्य में भी किसानों का समर्थन करने का वादा किया। मुख्य रूप से जयभगवान अंतिल, शमशेर दहिया, रणधीर अंतिल, अमित तुषिर, बलवान (नांगल गाँव), संजय खरेटा (रसोई गाँव), दीप खत्री (नरेला) आदि मौजूद रहे।