संपूर्ण क्रांति दिवस पर परिचर्चा

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6 जून। 5 जून को जेपी फाउंडेशन ने संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन राष्ट्रीय संवाद का आयोजन किया जिसका विषय था – राष्ट्र निर्माण में लोकनायक जयप्रकाश नारायण का योगदान : भारत छोड़ो आंदोलन से संपूर्ण क्रांति आंदोलन तक! इस राष्ट्रीय संवाद में जेपी आंदोलन से जुड़े तब के विद्यार्थी नेता और आज विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षाविद, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता तथा नागरिक व मानव अधिकार आंदोलनों में सक्रिय लोग शामिल हुए। राष्ट्रीय संवाद का संचालन जेपी फाउंडेशन के अध्यक्ष, शशि शेखर प्रसाद सिंह तथा अध्यक्षता जेएनयू के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर व जेपी फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष प्रो प्रमोद यादव ने किया।

इस अवसर पर जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर तथा प्रसिद्ध समाजशास्त्री डॉ आनंद कुमार, भूतपूर्व सांसद व ‘चौथी दुनिया’ के प्रमुख संपादक संतोष भारतीय, सामाजिक कार्यकर्ता शाहिद कमाल, शिक्षाविद प्रो रजिया पटेल और दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर डॉ गोपेश्वर सिंह आदि ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अविस्मरणीय योगदान से लेकर स्वतंत्र भारत के नवनिर्माण में उनकी अमिट भूमिका का विस्तार से वर्णन किया।

सभी वक्ताओं ने जेपी के संपूर्ण क्रांति आंदोलन के विभिन्न वैचारिक पहलुओं पर गंभीर विवेचन प्रस्तुत किया और इस बात पर जोर दिया कि लोकनायक जेपी का संपूर्ण क्रांति का आह्वान सत्ता परिवर्तन से अधिक व्यवस्था परिवर्तन पर केंद्रित था और अंततः समाज में आमूल परिवर्तन करके एक समतामूलक समाजवादी समाज का निर्माण करना था। वह सपना अधूरा है और युवाओं को उस सपने को साकार करने के लिए अहिंसा के रास्ते से लोकशक्ति को मजबूत करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय संवाद के अंत में जेपी फाउंडेशन के सचिव डॉ संत प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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