11 अगस्त। विद्युत (संशोधन) विधेयक-2021 के विरोध में बिजली अभियंताओं तथा अन्य कर्मचारियों ने मंगलवार को देशभर में सभाएं आयोजित कीं और आगाह किया कि सरकार द्वारा इस विवादास्पद विधेयक को पारित कराने की एकतरफा कोशिश की गई तो इसके खिलाफ हड़ताल की जाएगी।
नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रीसिटी इम्प्लॉइज ऐंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर विधेयक के विरोध में बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और इंजीनियरों ने देश भर में विरोध सभाएं कर मंगलवार को “पॉवर सेक्टर बचाओ दिवस” मनाया।
एनसीसीओईईई के संयोजक और ऑल इंडिया पावर इंजीनियर फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने बताया कि केंद्र सरकार की बिजली क्षेत्र के संपूर्ण निजीकरण की नीति के विरोध में आज ‘पॉवर सेक्टर बचाओ दिवस’ मनाया गया। इसके तहत देश भर में समस्त परियोजना और जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार की दमनकारी कार्रवाई के विरोध में सभा की गईं। सभी प्रांतों की राजधानियों में बड़ी सभाएं हुईं। उन्होंने बताया कि विरोध सभाओं में बिजली कर्मियों ने दोहराया कि संसद में बिल पारित कराने की किसी भी एकतरफा कोशिश के विरोध में हड़ताल की जाएगी। दुबे ने बताया कि यदि संसद के किसी भी सदन में शेष बचे हुए दिनों में यह विधेयक रखने की कोशिश की गई, तो देश भर के बिजली कर्मचारी उसी दिन हड़ताल करेंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी।
उन्होंने बताया कि एनसीसीओईईई के पदाधिकारी पूरी तरह सजग हैं और 13 अगस्त तक (मानसून सत्र का आखिरी दिन तक) संसद की कार्य सूची पर नजर रखे हुए हैं।
(साभार- नवभारतटाइम्स)