12 सितम्बर। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में रेवाड़ी (हरियाणा) के रामगढ़ भगवानपुर बस स्टैंड पर काले कृषि कानूनों, संशोधित बिजली बिल के विरोध में, एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने, किसानों की जमीन बिना उनकी अनुमति के लेने के कानून के विरोध में, 80 प्रतिशत बाजरा हरियाणा सरकार द्वारा ना खरीदने के खिलाफ एवं ग्रामसभा की खाली पड़ी जमीन को कंपनियों को देने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में किसान मजदूर पंचायत का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सुमेर सिंह पूर्व सरपंच रामगढ़ ने की। पंचायत का संचालन किसान मजदूर नेता अभय सिंह फीदेडी ने किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने सभी का अभिनंदन किया और कहा कि काले कृषि कानून किसान व मजदूरों के लिए ही नहीं, मध्यम वर्ग एवं छोटे दुकानदारों व व्यापारियों के लिए भी तबाही का रास्ता खोल देंगे। भूख को व्यापार के चीज बना दिया जाएगा। संशोधित बिजली बिल के लागू होने से तमाम सब्सिडी खत्म हो जाएगी और नोहरा या गुवाड़ा में, जहां पशु बंधते हैं उसमें घरेलू कनेक्शन के बजाय कमर्शियल कनेक्शन लेना पड़ेगा। भारतीय किसान यूनियन चढूनी के के नेता समय सिंह, कुलदीप सिंह बुड़पुर ने कहा कि अब रेवाड़ी की जनता जाग चुकी है। जय किसान आंदोलन के मास्टर धर्म सिंह ने कहा कि ताकतवर आंदोलन के रास्ते ही इन काले कानूनों को वापिस करवाया जा सकता है। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता विजय सिंह एवं रामकुमार निमोठ ने कहा कि हर रोज किसान आंदोलन जीत की तरफ बढ़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन के नेता रामकिशन म्हलावत, अशोक मूसेपुर ने कहा कि करनाल में किसानों ने हरियाणा सरकार की अकड़ निकाल दी। कुलदीप श्यौराज माजरा ने कहा कि 22 सितम्बर को श्यौराज माजरा में किसान मजदूरों की बड़ी पंचायत होगी।
इसके अलावा पंचायत में किसान मजदूर नेता मोहन, रामकिशन महलावत, समय सिंह,भजनलाल, अशोक मुसेपर, पृथ्वी सिंह, विजय सिंह, नरेश कुमार, करतार सिंह, जगमाल सिंह थानेदार, कुलदीप सिंह, ईश्वर सिंह महलावत,सतपाल सिंह,कैलाश चंद जांगड़ा, रामोतार आदि ने अपने अपने विचार रखे। पंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी का गठन किया गया जिसमें धर्म सिंह को प्रधान, मोहन, दयानंद, निरंजन, राकेश, शेर सिंह,सतीश, सावत सिंह, रामोतार, पृथिवी सिंह, बलवंत सिंह को सदस्य बनाया गया।
– कॉमरेड राजेंद्र सिंह, प्रधान