यूपी मिशन, अवध में किसानों की हुंकार

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20 सितंबर। मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत की सफलता के बाद अब किसान आंदोलन ने अवध क्षेत्र ओर बढ़ चुका है। सोमवार को सीतापुर के आरएमपी इंटर कॉलेज मैदान में सयुंक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें राकेश टिकैत, मेधा पाटकर, डॉ. सुनीलम, सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पाण्डेय समेत कई किसान नेताओं ने हिस्सा लिया। महापंचायत में शामिल होने के लिए सीतापुर, बहराइच, पीलीभीत, लखीमपुर, शाहजहांपुर, हरदोई जिले के अलावा उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले से हजारों किसान पहुंचे।

सीतापुर की किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के हर जिले में किसान महापंचायत करने तथा 250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से पराली को लेकर दाम दिलाने के लिए 2 सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में आंदोलन शुरू करने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि जिस तरह संयुक्त किसान मोर्चा का आंदोलन दिल्ली के बार्डरों पर चल रहा है, उसी तरह का आंदोलन लखनऊ के आसपास के जिलों में चलाया जाएगा। मोदी और योगी सरकार को संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देश की जनता से झूठ बोलने और गुंडागर्दी करने के लिए स्वर्ण पदक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम फसलों और नस्लों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान 2024 तक आंदोलन चलाने के लिए तैयार है।

किसान पंचायत को संबोधित करते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने कहा कि अडानी और अंबानी किसानों को लूट रहे हैं। सरकार किसान और किसानी को खत्म करने और गुलाम बनाने की साजिश कर रही है।

उत्तराखंड तराई संगठन के नेता तेजेंदर सिंह विर्क ने कहा कि किसान को धान का 1940 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य मिलना चाहिए था लेकिन उसे 1000 रुपये में धान बेचना पड़ रहा है। 5 एकड़ जमीन वाले किसान को 60,000 रुपये का नुकसान हुआ, उसके बदले में गिने-चुने किसानों को 6000 रुपये सम्मान निधि देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को खुश करना चाहते हैं!

डॉ सुनीलम ने कहा कि यदि किसानों की आत्महत्या को रोकना है, किसानों की जमीन को अडानी-अंबानी की लूट से बचाना है और गन्ने का 450 रुपये प्रति क्विंटल दाम पाना है तो, संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हर किसान को जुड़ना होगा। उन्होंने संगतिन संगठन को बधाई देते हुए कहा कि सीतापुर में मनरेगा की मजदूरी करनेवाली महिलाओं ने हजारों की संख्या में भाग लेकर किसान महापंचायत को ऐतिहासिक बना दिया है।

डॉ आशीष मित्तल ने कहा कि तीन किसान विरोधी कानून किसानों को कारपोरेट का गुलाम बनाएंगे। किसानों की फसल बोने की स्वतंत्रता खत्म हो जाएगी, बटाईदारों का स्थान कंपनियां ले लेगी।

डॉ. संदीप पांडे ने छुट्टा पशुओं से फसलों के नुकसान को लेकर उत्तर प्रदेश में जारी आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि योगी सरकार गायों का इंतजाम करने को तैयार नहीं है। लेकिन इसे लेकर किसानों को प्रताड़ित करने पर आमादा है।

कई किसान नेताओं ने कहा कि आवारा पशुओं से छुटकारा पाने के लिए किसान आवारा सरकार हटाएंगे जिसके बाद आवारा पशु अपने आप हट जाएंगे।

पंजाब से आई नेता सोनिया मान ने कहा कि पंजाब जिस तरह से हरियाणा के साथ खड़ा है उसी तरह उत्तर प्रदेश के साथ खड़ा होगा। राजवीर जादौन ने कहा कि किसान आंदोलन ने जाति और धर्म की दीवारें तोड़ दी हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में किसान महापंचायतें हो रही हैं।

सीतापुर की किसान महापंचायत का संचालन ऋचा सिंह एवं दलजीत सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि सीतापुर की महापंचायत अवध के इलाके में किसान आंदोलन का विस्तार करेगी और मजबूत बनाएगी।

सीतापुर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से संयोजक पिनदर सिंह सिद्धू, हरदेव सिंह, गुरुपाल सिंह, शिवप्रकाश सिंह एवं उमेश पांडेय ने अपने विचार रखे तथा सफल आयोजन के लिए सीतापुर के किसानों, मजदूरों का धन्यवाद ज्ञापन किया ।

– सरोजिनी बिष्ट

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