27 सितंबर। सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) का छठा राष्ट्रीय सम्मेलन 25-26 सितंबर को सेवाग्राम वर्धा में सम्पन्न हुआ जिसमे 13 राज्यों के 250 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने शिरकत की। दो दिन चले सम्मेलन में राजनीतिक, आर्थिक, चुनाव सुधार,महिला उत्पीड़न,श्रम कानूनों में बदलाव तथा किसान आंदोलन सहित अनेक मसलों पर प्रस्ताव पारित हुए। सम्मेलन से लौटकर सोशलिस्ट पार्टी इंडिया की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष रामस्वरूप मंत्री ने बताया कि सम्मेलन में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया है कि आज देश बर्बादी के कगार पर है तथा देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए तथा आम आदमी के अधिकारों की रक्षा के लिए जरूरी है कि नरेंद्र मोदी सरकार को हटाया जाए।
सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) ने देश के तमाम राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे फासिस्ट भाजपा के खिलाफ गोलबंद हों और आनेवाले विधानसभा तथा लोकसभा के चुनाव में ऐसी रणनीति तैयार करें कि पूरे देश में भाजपा के खिलाफ विपक्ष का सर्वसम्मत उम्मीदववार बने तथा इस सरकार को अपदस्थ करें। सम्मेलन ने देश के सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे किसान और मजदूरों से संबंधित बनाए गए काले कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलनों को तो ताकत पहुंचाएं ही, साथ ही रोजगार छीनने की सरकार की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए भी देशव्यापी अभियान चलाएं।
सम्मेलन में केरल के पूर्व सांसद तथा हिन्द मजदूर सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष थम्पन थॉमस को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। ये संदीप पाण्डेय उत्तरप्रदेश, जया विंद्याला तेलंगाना, हरिंदर मनशिहा पंजाब, महासचिव, मोहम्मद फैसल खान दिल्ली, डॉ पीहू परदेशी महाराष्ट्र, सचिव, रामस्वरूप मंत्री मध्यप्रदेश, राजशेखरन नायर केरल, नुरुल अमीन तेलंगाना, गौतम प्रीतम बिहार, उपाध्यक्ष तथा रविन्दर उत्तरप्रदेश कोषाध्यक्ष चुने गए। कार्यकारिणी में विरेंद्र कुमार बिहार, एमए बेग तेलंगाना, बंदना पांडे दिल्ली, डॉक्टर सुचेता कुमार हरियाणा, जगदीश तिरोडकर महाराष्ट्र, सुरेखा आदम महाराष्ट्र, जितेंद्र यादव गुजरात, सागरिका बनर्जी श बंगाल, पूखाराम बाम मणिपुर, जयंती पांचाल गुजरात, सदस्य बनाए गए। कार्यकारिणी के विस्तार का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष थंपन थामस को दिया गया। सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद शोएब उत्तर प्रदेश को बनाया गया ।
सम्मेलन में लिये गये निर्णय के मुताबिक सोशलिस्ट पार्टी इंडिया 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक सरकार की किसान विरोधी किसान और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेगी।
– रामस्वरूप मंत्री