29 जनवरी। बेरोजगारी को राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बनाने में अहम भूमिका निभानेवाले युवा नेता अनुपम ने शनिवार को पटना पहुँच कर नीतीश सरकार से छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने को कहा। शुक्रवार शाम पटना पहुंचते ही अनुपम और ‘युवा हल्ला बोल’ के अन्य पदाधिकारी पुलिसिया दमन के शिकार छात्रों के परिजनों से मिले और कानूनी मदद देने का भरोसा दिलाया।
आज प्रेस वार्ता करके उन्होंने बताया कि जिन चार छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है वो बेहद गरीब परिवार से आते हैं और उन्हें बेरहमी से पीटा गया है। उन्होंने एफआईआर दिखाते हुए कहा कि जिन छात्रों को गिरफ्तार किया गया उनमें से एक एनटीपीसी में सफल छात्र भी है और एसएससी सीजीएल की परीक्षा होनी थी जिसमे वो शामिल नहीं हो पाए।
‘युवा हल्ला बोल’ की लीगल टीम से ऋषव रंजन और एस. एन. वीरू ने छात्रों का पक्ष रख कर अर्जेंट हियरिंग करवायी। जज साहब ने सोमवार को अगली सुनवाई की तारीख दी है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए ‘युवा हल्ला बोल’ के महासचिव प्रशांत कमल ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि जो मुद्दा आज पूरे देश में छाया हुआ है और आंदोलन को बढ़ता देख पक्ष-विपक्ष सब जिसमें कूद पड़े हैं, उससे सबसे ज्यादा जो पीड़ित परिवार है उनकी सुध लेने वाला आज कोई नहीं है।
अनुपम ने सरकार से चार मांगें रखी हैं-
• छात्रों शिक्षकों पर दर्ज FIR अविलंब निरस्त किया जाय।
• अनावश्यक भारी बल प्रयोग करनेवाले अफसर सस्पेंड हों।
• RRB NTPC में 20 गुना छात्रों का चयन हो।
• Group D में लाया गया संशोधन वापिस करो।