15 अप्रैल। इंदौर के वामपंथी व समाजवादी राजनीतिक दलों और ट्रेड यूनियनों ने आज इंदौर के पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर मांग की सांप्रदायिक तनाव पैदा करने में जुटे तत्त्वों पर कड़ी नजर रखी जाए और उनके खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाए। प्रदेश के सबसे शांत मालवा अंचल में कुछ तत्त्व सुनियोजित तरीके से सांप्रदायिकता की आग भड़काने की कोशिश में जुटे हुए हैं। खरगोन और सेंधवा की घटनाओं का जिक्र करते हुए दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि आनेवाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कुछ तत्त्व, जिन्हें सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिला हुआ है, इस शांत इलाके की शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं जिसे सख्ती से रोका जाना चाहिए। पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के रुद्रपाल यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीएल सर्रावत, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के रामस्वरूप मंत्री, अखिल भारतीय किसान सभा के अरुण चौहान, एसयूसीआई के प्रमोद नामदेव, और सीटू के भागीरथ कछवाय शामिल थे ।
कमिश्नर को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि जहां राजनीतिक दलों को आयोजन की अनुमति देते समय कई शर्तें लगाई जाती है वहीं धार्मिक आयोजनों के नाम पर कोई रोक नहीं होने से वे अल्पसंख्यक बस्तियों और धर्मस्थलों के सामने जाकर बड़े-बड़े डीजे से शोर करते हैं और हथियार लहरा- लहराकर धमकाने की कोशिश करते हैं। खरगोन की घटना भी ऐसी ही उत्तेजना फैलाने की कोशिश का परिणाम है।
ज्ञापन में मांग की गयी है कि अनुमति देते वक्त सभी से प्रतिबंधात्मक शर्तों का पालन कराया जाए और सामाजिक वातावरण बिगाड़ने की कोशिशों पर सख्ती के लिए पर्याप्त पुलिसबल तैनात किया जाए ।
– रामस्वरूप मंत्री
प्रदेश अध्यक्ष, सोशलिस्ट पार्टी इंडिया, मध्यप्रदेश
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