17 अप्रैल। हरियाणा के आईएमटी मानेसर स्थित मारुति सुजुकी की कंपोनेंट मेकर कंपनी बेलसोनिका प्रा. लि. में शुक्रवार की सुबह मजदूरों ने प्लांट के अंदर ही प्रदर्शन किया। मजदूरों ने अपनी पीठ पर एक पर्चा चिपका कर काम करने का फैसला किया। जिसमें एक अप्रैल से एयर वॉशर न चलाए जाने और घरेलू जाँच बिठा कर छटनी करने की कोशिशों की निंदा की। दिन की पहली शिफ्ट शुरू होते ही सारे मजदूरों ने अपनी शर्ट पर इस पर्चे को टांक लिया था और लंच करने के लिए जाने से पहले इसे कंपनी के एमडी की मेज पर रख दिया।
बेलसोनिका यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है, कि इस बार इतनी भीषण गर्मी पड़ रही है। जो पिछले सवा सौ सालों में भी नहीं पड़ी, लेकिन प्लांट में अभी तक एयर वॉशर नहीं चलाए गए। शॉप फ्लोर पर इतनी भीषण गर्मी में मजदूर काम करने के मजबूर हैं।
पर्चे में लिखा है कि कंपनी बॉस के ही निर्देश पर हर साल एक अप्रैल से ही एयर वॉशर चलाए जाते हैं, लेकिन इस बार अभी तक इसे नहीं चलाया गया है। हालांकि मजदूरों का कहना है, कि बीते तीन सालों से यही हाल है और इस दौरान कभी भी समय पर एयर वॉशर नहीं चलाए जा रहे।मजदूरों का आरोप है, कि ये बीते लॉकडाउन में जो मजदूर कंपनी नहीं ज्वाइन कर पाए थे। उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित कर उन्हें निकालने की साजिश रची गई, और उसके बाद कई मजदूरों पर दस्तावेज चेकिंग के लिए जाँच बिठा दी गई। यहां तक कि कंपनी ने लॉकडाउन के दौरान ही नीम ट्रेनी और अप्रेंटिस की भर्ती की जा रही है और कैजुअल मजदूरों को पड़े पैमाने पर निकाल दिया जाता है।
मजदूरों का कहना है, कि कंपनी में नौकरी से निकाल देने का एक डर कायम किया जा रहा है, और मजदूरों की एकजुटता तोड़ने के लिए नौकरी से निकालने की धमकी दी जा रही है। बेलसोनिका यूनियन के महासचिव अजीत सिंह ने कहा, कि फैक्ट्री में मजदूर अपना खून पसीना एक कर उत्पादन करता है, और कंपनी को आगे ले जाता है। लेकिन प्रबंधन की हर कोशिश इससे उलट होती है। इतनी भीषण गर्मी जब मैनेजमेंट की पूरी टीम एयरकंडीशन में बैठी है। मजदूर शॉप फ्लोर पर बिना बुनियादी एयर वॉशर के ही काम कर रहे हैं। ऐसे में दुर्घटना होने, सेहत बिगड़ने आदि की खतरा बरकरार है।
(Workersunity.com से साभार)