8 सितंबर। मध्यप्रदेश में कई जगह किसानों ने सैकड़ों क्विंटल लहसुन नालों में बहा दी है। परसों भी ऐसी ही घटना इंदौर के सांवेर तहसील में घटित हुई, यहां के गांव माता बरोडी के किसान विकास सिसोदिया ने अपनी उत्पादित लहसुन का दाम नहीं मिलने से परेशान होकर करीब 70 कट्टे लहसुन गांव के समीप के नाले में बहा दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि सरकार से कई बार मांग करने धरना, प्रदर्शन, ज्ञापन देने के बावजूद सरकार और उसके मंत्री किसानों को भ्रम में रखने की कोशिश कर रहे हैं। बार-बार कहा जा रहा है की लहसुन के भाव ठीक से किसानों को मिलें इसके लिए निर्यात खोला जाएगा। लेकिन वादा किए 3 महीने होने के बावजूद अभी तक ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मंडियों में लहसुन 50 पैसे से ₹1 किलो तक बिक रहा है जबकि उसकी लागत ही ₹2000 कुंतल है। परेशान किसानों के लिए अब लहसुन मंडी तक लाना तो दूर उसका भंडारण कर रखना भी मुश्किल हो गया है जिसके चलते किसान नालों में बहाकर लहसुन नष्ट कर रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि यदि वे सचमुच किसान हितैषी मुख्यमंत्री हैं तो इंदौर जिले के पीड़ित 186 किसानों का भुगतान 2 करोड़ 75 लाख रुपए मंडी निधि से किसानों के खातों में डालें तथा किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने का प्रयास करें, लहसुन पर भी भावांतर की राशि किसानों के खाते में डालें।
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