8 सितंबर। देश में भीषण बेरोजगारी और बढ़ती आत्महत्या के खिलाफ युवा नेता अनुपम की ‘हल्ला बोल यात्रा’ बुधवार को गया जिले में प्रवेश कर गयी। गया में स्थानीय युवाओं ने अनुपम का जोरदार स्वागत करके शहर में बाइक रैली निकाली। रैली के दौरान युवाओं में भारी उत्साह और सामाजिक कार्यकर्ताओं की विशेष भागीदारी रही। युवा आंदोलन और अनुपम के समर्थन में नारे लगे।
वजीरगंज थाने के पास मुक्ता हाट क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए अनुपम ने कहा कि बेरोजगारी आज जीवन मरण का सवाल बन चुकी है। अपने भविष्य को लेकर युवाओं में घोर अनिश्चितता और अंधकार का भाव है। हताशा इस कदर बढ़ती जा रही है कि बेरोजगारी के कारण आत्महत्या की खबरें अब आम बात हो गयी हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार हर दो घंटे में तीन छात्र खुदकुशी कर रहे हैं। बेरोजगारी के कारण छात्रों, युवाओं और मजदूरों में आत्महत्या बढ़ती जा रही।
मानपुर में हुए छात्र युवा-संवाद में अनुपम ने कहा कि युवाओं का सरकार से भरोसा उठता जा रहा है। इसलिए अब युवाओं को चाहिए भ-रो-सा यानी ‘भारत रोजगार संहिता’। सरकार देश के सभी रिक्तियों को अविलंब भरे और ‘भर्ती आचार संहिता’ लागू कर 9 महीने में नियुक्ति पूरी करे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बोझा ढोने और ठेला चलाने के लिए बिहार के लोगों को हजारों किलोमीटर दूर बम्बई दिल्ली जाना पड़ता है। “बिहारी” शब्द देश भर में मजदूर का पर्यायवाची बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि बंद पड़े चीनी, पेपर और जूट मिलों को पुनर्जीवित किया जाए ताकि दो वक्त की रोटी के लिए बिहार के लोगों को पलायन न करना पड़े।
ज्ञात हो कि 16 अगस्त को पश्चिम चम्पारण से शुरू हुई बेरोजगारी के खिलाफ ‘हल्ला बोल यात्रा’ बिहार के हर जिले में जा रही है। सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा होते हुए कोसी-सीमांचल क्षेत्र में भी लोगों ने दिल खोलकर अनुपम का स्वागत किया था। इसके बाद भागलपुर और मुंगेर जिला होते हुए बेरोजगारी के खिलाफ चल रही यात्रा खगड़िया और बेगूसराय पहुंची। बिहार के सभी जिलों से होते हुए अनुपम की यात्रा का समापन 23 सितंबर को पटना में सम्मेलन के साथ होगा।
अपनी यात्रा के दौरान रीगा चीनी मिल पर भी अनुपम ने सभा को संबोधित किया और सकरी चीनी मिल का मुद्दा भी उठाया। अनुपम ने कहा कि सुनियोजित ढंग से बिहार में चीनी, पेपर और जूट मिल जैसे उद्योगों का नष्ट किया गया जिससे रोजगार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
यात्रा के दूसरे सप्ताह में अनुपम कोसी क्षेत्र में रहे जहाँ युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। सहरसा और सुपौल में कार्यक्रमों के बाद मधेपुरा में भी अनुपम का सहृदय स्वागत हुआ। शहर में बाइक रैली निकालकर बेरोजगारी के ज्वलंत मुद्दे पर खूब नारे लगे। इसके बाद टीपी कॉलेज में युवाओं के साथ जनसंवाद हुआ जहाँ सबने 23 सितंबर को पटना पहुँचने का वादा किया। ज्ञात हो कि अनुपम खुद कोसी क्षेत्र के सुपौल जिले में सुखपुर के रहने वाले हैं। यात्रा के दौरान उनके पैतृक गाँव सुखपुर में ग्रामवासियों ने अभिनंदन समारोह आयोजित करके यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
अररिया में काली मंदिर के पास से युवाओं ने बाइक रैली निकालकर पेंशनर समाज भवन तक अनुपम के समर्थन में मार्च किया। अररिया में पैदल मार्च के दौरान भी युवाओं ने लगातार ‘बदलेगा हवा, देश का युवा’ के नारे लगाए गए। अनुपम की ‘हल्ला बोल यात्रा’ शनिवार को किशनगंज और रविवार को पूर्णिया जिले में रही। भारी बारिश के कारण पूर्णिया में दिन के कार्यक्रम बाधित हो गए। लेकिन शाम को जब शहर में चार किलोमीटर का रोडशो हुआ तो स्थानीय लोगों में खूब उत्साह देखा गया। इसके बाद कल्याण छात्रावास में युवाओं से मुलाकात हुई जहाँ सबने 23 सितंबर को पटना पहुँचने की बात कही। भागलपुर, तारापुर और मुंगेर में कई कार्यक्रम और जनसंवाद करते हुए अनुपम बुधवार को खगड़िया पहुँच गए। जहां खगड़िया जिला युवा हल्ला बोल के कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक यात्रा का स्वागत एन एच 31 पर ममता रेस्टोरेंट के समीप किया।
यात्रा में अनुपम के अलावा मुख्य रूप से ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय महासचिव और यात्रा प्रभारी प्रशांत कमल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अर्जुन मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय सचिव अमित प्रकाश और सौरभ पांडे भी उपस्थित रहे।