11 जून। स्वराज इंडिया ने एक बार फिर एक विशेष धार्मिक समुदाय के पैगंबर के बारे में अपमानजनक बयान देकर उस समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए भाजपा की नूपुर शर्मा और अन्य की गिरफ्तारी की माँग की है। साथ ही स्वराज इंडिया ने कहा है कि पार्टी उन लोगों की भूमिका की निंदा करती है जो इस मुद्दे पर विरोध के नाम पर अराजकता और व्यवधान पैदा कर रहे हैं।
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव अविक साहा ने कहा, “नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने में भाजपा की लापरवाही सत्तारूढ़ पार्टी की विभाजनकारी राजनीति को दर्शाती है। नूपुर शर्मा सहित भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए बयान एक जघन्य अपराध हैं। उन्हें समुदायों के बीच शत्रुता और घृणा को बढ़ावा देनेवाले उनके बयानों के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए और न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए।
साहा ने कहा, स्वराज इंडिया ने पहले ही इस कृत्य की निंदा की और इसमें शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी की माँग की है, और उनकी पार्टी एक बार फिर यह माँग दोहराती है। हालाँकि जिस तरह से कुछ समूह विरोध के नाम पर पश्चिम बंगाल में अराजकता और व्यवधान पैदा कर रहे हैं, उससे केवल सांप्रदायिक ताकतों को प्रोत्साहन मिलेगा। इन समूहों की भूमिका निंदनीय और अत्यंत चिंताजनक है।
अविक दा ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुँची है, और हम उनकी चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता और सहानुभूति रखते हैं। इसके खिलाफ विरोध और आंदोलन जायज है, लेकिन यह याद रखना चाहिए, कि पश्चिम बंगाल देश के सांप्रदायिक रूप से सबसे स्थिर राज्यों में से एक है, और विभाजन के समय सभी कठिनाइयों के बावजूद, यहां शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और सांप्रदायिक सद्भाव का इतिहास रहा है। इस सद्भाव को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। साम्प्रदायिक ताकतों को मजबूत करने शवाली कोशिशों से हमें बचना चाहिए।
अविक दा ने कहा, स्वराज इंडिया विरोध के नाम पर राज्य में हो रही अराजकता और व्यवधान की निंदा करती है, और शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विरोध की अपील करती है। प्रशासन से सतर्क रहने और स्थिति से निपटने का आग्रह है। हालात बिगड़ने से बचाने के लिए हम प्रशासन से सहयोग के लिए तैयार हैं।