27 जून। तीस्ता सीतलवाड़ गुजरात दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलानेवाली एक सशक्त आवाज हैं। तीस्ता सीतलवाड़ और गुजरात के पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार को असंवैधानिक तरीके से गुजरात पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी के विरोध में बनारस के नागरिक समाज ने वरुणा के शास्त्री घाट पर धरना दिया। बनारस के कई जन संगठनों के प्रतिनिधि, राजनीतिक और सामाजिक व्यक्ति इस धरने में शामिल हुए।
धरने की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। डॉ चित्रा सहस्रबुद्धे के नेतृत्व में धरने में शामिल महिलाओं के द्वारा ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा गया। ज्ञापन में यह मांग की गयी है कि तीस्ता सीतलवाड़ और आरबी श्रीकुमार को अविलंब रिहा किया जाए। सभी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर जो फर्जी मुकदमे हैं उन्हें सरकार वापस ले।
धरना स्थल पर हुई सभा को वरिष्ठ समाजवादी विजय नारायण, लोक विद्या आंदोलन के सुनील सहस्रबुद्धे, समाजवादी जन परिषद के नेता अफलातून, फादर आनन्द, मुनीजा रफीक ख़ान ने आदि ने संबोधित किया। इस धरने में पारमिता, मनीष शर्मा, रामजनम, लक्ष्मण प्रसाद मौर्य, नंदलाल, जागृति राही, रंजू सतीश सिंह, धनंजय त्रिपाठी, अनूप श्रमिक, प्रबाल सिंह, अरविंद मूर्ति, फजलुर्रहमान, जुबेर ख़ान आदि भी शामिल रहे।
तीस्ता सीतलवाड़ और आरबी श्रीकुमार की गिरफ्तारी के विरोध में बनारस के नागरिक समाज ने वरुणा के शास्त्री घाट पर धरना दिया। बनारस के कई जनसंगठनों के प्रतिनिधि, राजनीतिक और सामाजिक व्यक्ति इस धरने में शामिल हुए।