रामविलास शर्मा की कविता

0
पेंटिंग : प्रयाग शुक्ल
रामविलास शर्मा (10 अक्टूबर 1912 – 30 मई 2000)

तैर रहे बादल

तैर रहे हैं
ललछौंहे आकाश में
सिंगाल मछलियों-से
सुरमई बादल

खिल उठा
अचानक
विंध्या की डाल पर
अनार-पुष्प-सा
नारंगी सूर्य

मॅंडराने लगीं
झूमती फुनगियों पर
धूप की
असंख्य तितलियाँ

उतर रही है
उतावले डग भरती
नर्मदा घाटी में
बारिश की
चुलबुली सुबह।

Leave a Comment