गांधी जयंती पर शुरू हुईं अनेक पदयात्राएं

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3 अक्टूबर। नफरत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान की शुरुआत गांधीजी की जयंती के अवसर पर विभिन्न राज्यों में की गई। इस अभियान की पहल देश के जन आंदोलनों के द्वारा 9 अगस्त 22 को मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान से की गई थी।

अभियान का मकसद देश में बिगड़ते सांप्रदायिक माहौल को खत्म कर देश में शांति और सद्भाव का माहौल स्थापित करना तथा संवैधानिक मूल्यों पर हो रहे हमलों को रोकना और उन्हें पुनर्स्थापित करना है।

महाराष्ट्र के वर्धा जिले में यह पदयात्रा 2 अक्टूबर से 10 दिसंबर के बीच 10 चरणों में की जाएगी। हर चरण में 75 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। पदयात्रा 160 गांव से होकर गुजरेगी। प्रथम चरण में यात्रा 2 से 5 अक्टूबर के बीच सेवाग्राम आश्रम से शुरू होकर 18 गांव से गुजरते हुए केलझर गांव में संपन्न होगी।

ठाणे में समता विचार प्रसारक संस्था, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति, श्रमिक जनता संघ, व्यसन मुक्ति अभियान, स्वराज इंडिया, भारतीय महिला फेडरेशन आदि के द्वारा अभियान के तहत रैली का आयोजन किया गया।

औरंगाबाद सहित मुंबई की 10 बस्तियों में पदयात्रा निकालकर अभियान की शुरुआत की गई।

मुंबई से मानखुर्द, मंडाला, मुलुंड, गोराई (बोरीवली), मालाड, अप्पापाड़ा, खार गोलीबार, सिद्धार्थ नगर, अंधेरी चार बंगला एवं अन्य बस्तियों में ‘घर बचाओ घर बनाओ’ आंदोलन द्वारा रैली निकाली गई। पूनम ताई कनौजिया, अनवरी बहन, केशव भाई, नंदू दादा, प्रेरणा ताई, रेखा ताई एवं अन्य साथियों ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया।

ओड़िशा के कटक जिले में राष्ट्रीय युवा संगठन, गांधी शांति प्रतिष्ठान, उत्कल गांधी स्मारक निधि और कटक जिला सर्वोदय मंडल ने अभियान की अगुवाई की। डॉ बिश्वजीत और मानस पटनायक ने अभियान की शुरुआत की।

खोरधा जिले में 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर के बीच राष्ट्रीय युवा संगठन एवं गांधी शांति प्रतिष्ठान की अगुवाई में यात्रा निकाली जा रही है, जिसका नेतृत्व रामशंकर राम, सागर दास, करण महापात्रा, डॉ बिश्वजीत, मानस पटनायक कर रहे हैं।

इसी तरह भद्रक जिले में हिंदू मुस्लिम भाईचारा बढ़ाने के लिए भद्रक शहर में गांधी मूर्ति पर माल्यार्पण कर जिला संस्कृति भवन तक यात्रा की गई। जिसका नेतृत्व तुषार क्रांति महंती, कल्पतरू दास ने किया। अनुगुल जिले में राष्ट्रीय युवा संगठन के संयोजक सुर्ज्य नारायण नाथ के नेतृत्व में अभियान की शुरुआत हुई। नयागढ़ जिले में दसपला से अनुगुल तक पदयात्रा की गई, इसके बाद दसपला से गणिआ तक 30 किलोमीटर की पदयात्रा की गई। जिसका नेतृत्व माटिर स्वर के संयोजक प्रभात कुमार साहू ने किया।

युसूफ मेहर अली सेंटर और गांधी अध्ययन केंद्र द्वारा ढेकानाल में सेंटर के राज्य संयोजक कल्याण आनंद के नेतृत्व में अभियान की शुरुआत की गई।

झारखंड में गांधी जयंती के अवसर पर रांची में गांधी स्मृति उद्यान मोरहाबादी, कोकर स्थित बिरसा समाधि स्थल तक 5 किलोमीटर की यात्रा निकाली गई, जिसका नेतृत्व दयामणि बारला, श्रीनिवास, अशोक वर्मा, अंबिका यादव, भारत भूषण चौधरी, धरम वाल्मीकि, प्रवीर पीटर द्वारा किया गया ।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 5000 आदिवासियों द्वारा ग्राम स्वराज रैली निकाली गई जिसमें नफरत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान का समर्थन किया गया।

मध्यप्रदेश के बड़वानी में कुकरा बसाहट स्थित गांधी स्मारक से अभियान की शुरुआत मेधा पाटकर, मुकेश भगोरिया, वाहिद मंसूरी, नवीन मिश्रा की अगुवाई में की गई।

छिंदवाड़ा जिले में ग्राम बोहनाखेड़ी से किसान संघर्ष समिति की उपाध्यक्ष एड.आराधना भार्गव के नेतृत्व में पदयात्रा शुरू हुई। जिसका समापन 8 अक्टूबर को छिंदवाड़ा में होगा। यह यात्रा पेंच व्यपवर्तन परियोजना एवं अडानी पेंच पावर प्रोजेक्ट प्रभावित गांव में निकाली जाएगी।

ग्वालियर में अभियान की शुरुआत फूलबाग से हुई। जिसमें डॉ.सुनीलम, रणवीर यादव, इंदर सिंह गुर्जर और शत्रुघ्न यादव सहित अनेक समाजवादी कार्यकर्ता शामिल हुए।

बिहार में सिवान भागलपुर ,पटना जहानाबाद और बेतिया में कार्यक्रम आयोजित किए गए।

अभियान के तहत देश के सभी जिलों में 10दिसंबर के पहले 75 किलोमीटर की पदयात्राएं की जाएंगी।

गांधी जयंती के अवसर पर नफ़रत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान के तहत वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसे पूर्व जस्टिस मदन लोकुर, प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी, एड.वृंदा ग्रोवर, अभिनेता रत्ना पाठक शाह, रूथ मनोरमा, आरफ़ा ख़ानुम शेरवानी (वरिष्ठ संपादक, द वायर), तुषार गांधी, वेदी और पाखी सिन्हा, अंजलि भारद्वाज ने संबोधित किया।

इसका आयोजन अनहद की शबनम हाजमी एवं जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय की अंजलि भारद्वाज द्वारा किया गया। इस तरह के वेबिनार सतत रूप से करने की घोषणा भी की गई।

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