4 नवंबर। हमारे सोशलिस्ट साथी प्रोफेसर सुधीर कुमार गोयल का आज सुबह मैक्स हॉस्पिटल में खराब सेहत के कारण देहांत हो गया। सुधीर हमारे उन साथियों में था जो स्कूल के समय ही सोशलिस्ट तहरीक में शामिल हो गया था। उनके पिताजी मरहूम प्रोफेसर एसएस गोयल जोकि दिल्ली विश्वविद्यालय मैं बहुत ही प्रतिष्ठित शख्सियत थे तथा डॉ राममनोहर लोहिया के वैचारिक अनुयायी भी। सुधीर दिल्ली विश्वविद्यालय से रिटायर्ड प्रोफेसर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री पद पर भी रह चुके थे।
उनका अंतिम संस्कार दिन के 1:30 बजे निगमबोध घाट दिल्ली में किया जाएगा
– राजकुमार जैन
सुधीर गोयल के देहांत का समाचार बहुत शोकजनक है। 1970 से सहयोग की कहानी एकाएक खत्म हो गई। समाजवादी युवजन सभा से शुरू स्नेह संबंध समाजवादी समागम और मधु लिमये जन्म शताब्दी समारोह समिति तक लगातार बना रहा। समाजवादी विचार और परिवार के लिए सरोकारी और सहयोगी बने रहना उनकी खासियत थी। हर सपने को साकार करने के लिए उत्साहित करना उनके स्वभाव का सहज गुण था। उन्होंने समता मार्ग की नींव बनाने में मदद की थी और अभी बहुत कुछ करने की इच्छा थी। कुछ वर्षों से शरीर की जटिल समस्याओं के कारण कहीं आना-जाना नहीं कर पाते थे लेकिन फ़ोन संपर्क में कोई कसर नहीं छोड़ते थे। समाजवादी सेना के इस सेनापति का जाना बहुत दुखद है।
अलविदा सुधीर …..
– आनंद कुमार
सुधीर गोयल का निधन दुखद है। आपात काल में उनके पिताजी के साथ तिहाड़ जेल में बिताए कई महीने याद आ रहे हैं
सुनील का अचानक चले जाना अक्सर पीड़ा दे जाता है।