27 नवम्बर। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की तरफ से वित्त मंत्री को पत्र लिखकर वर्चुअल तरीके से प्री-बजट मीटिंग किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की गई है। यूनियनों का कहना है, कि अब जब कोरोना बंदिशों में पूरी तरह से छूट दे दी गयी है, इसके बाद भी वर्चुअल तरीके से ये बैठक क्यों बुलाई गई है? यूनियनों ने इस बात पर भी आपत्ति जाहिर की है, कि प्री-बजट कसंलटेशन में सिर्फ 12 ट्रेड यूनियन हिस्सा ले रही हैं। ट्रेड यूनियनों और श्रम संगठनों को बजट पूर्व परामर्श बैठक के लिए 75 मिनट के लिए सुबह 11:00 बजे से दोपहर 12.15 बजे के बीच का इतना कम समय क्यों दिया गया है?
ट्रेड यूनियनों ने अपने पत्र में लिखा गया है, कि श्रम मंत्रालय के मुताबिक देश में कुल 12 मजदूर संगठन हैं, और अगर रिवाज के हिसाब से शुरुआती भाषण को इसमें जोड़ लिया जाए तो हर एक ट्रेड यूनियन को अपनी बात रखने के लिए मात्र 5 मिनट या उससे कम का समय दिया गया है। सेंट्रल ट्रेड यूनियनों द्वारा वित्त मंत्री को लिखे पत्र में फिजिकल बैठक की माँग भी की है। वित्त मंत्री को ये पत्र भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर इंटक(INTUC), एटक(AITUC), एचएमएस( HMS), सीटू (CITU) समेत 10 संगठनों की तरफ से लिखा गया है।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)